फोनरवा चुनाव में बस 10 दिन रह गए हैं योगेंद्र शर्मा और राजीव गर्ग दोनों ही पैनल अपनी अपनी जीत के दावे कर रहे हैं । हालात ये है कि मात्र 226 वोटो वाले इस चुनाव में हार और जीत के लिए वोटर को अपने पक्ष में करने के लिए तमाम तिगड़म लगाई जा रही है । इसी बीच सेक्टर 11 की अध्यक्ष अंजना भागी की नाराजगी ने योगेंद्र शर्मा गुट की मुश्किल बढ़ा दी है । अंजना की नाराजगी के कारण होने वाले नुकसान से पहले इस चुनाव का समीकरण समझते हैं
फोनरवा चुनाव में भाजपा बनाम सपा के बाद ब्रह्मण बनाम अन्य भी बड़ा मुद्दा
अभी तक योगेंद्र शर्मा और राजीव गर्ग के बीच समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के समर्थकों के बीच का चुनाव बताकर चुनावी रणनीति को साधा जा रहा था। किंतु इसके साथ ही योगेंद्र शर्मा गुट अपनी जीत के लिए ब्राह्मण मतदाताओं के बलबूते को मजबूत करने में लगा था वही राजीव गर्ग गुट पंजाबी, वैश्य, गुर्जर, जाट, यादव समीकरण के साथ अपनी राजनीति को साधने में लगा हुआ था ।
रोचक बात यह भी थी कि बीते चुनाव में समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ने जा रहे योगेंद्र शर्मा को शहर में ब्राह्मण राजनीति के सिरमौर डॉक्टर महेश शर्मा का अघोषित समर्थन प्राप्त था तो राजीव गर्ग के साथ सांसद डॉक्टर महेश शर्मा के हनुमान कहे जाने वाले भाजपा के जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता के पूर्ण समर्थन की बातें कही जा रही थी ।
सेक्टर 71 आरडब्ल्यूए का समर्थन इसी आधार पर योगेंद्र शर्मा के साथ बताया जा रहा था। शहर के जातीय समीकरण में fonrwa में सबसे ज्यादा भागीदारी ब्राह्मण समुदाय के की है उसके बाद वैश्य समाज, पंजाबी, गुर्जर, जाट और यादव समुदाय के की संख्या आती है। ऐसे में सपा बनाम भाजपा, डा महेश शर्मा बनाम मनोज गुप्ता और ब्राह्मण बनाम वैश्य की लड़ाई में योगेंद्र शर्मा की जीत को आसानी से होता हुआ माना जा रहा था
किंतु बुधवार को योगेंद्र शर्मा गुट में एक्टिव दिखाई दे रही अंजना भागी उपाध्यक्ष पद के नॉमिनेशन पर ना लिए जाने से मायूस होकर मीटिंग छोड़कर चली गई, जिसके बाद योगेंद्र शर्मा गुट में उहापोह की स्थिति बन गई है ब्राह्मण समुदाय से भी कई लोग अंजना भागी के महिला और ब्राह्मण होने के बावजूद स्थान न दिए जाने को लेकर योगेंद्र शर्मा से नाराज होते देख रहे हैं और इसका परिणाम विपक्ष विरोधियों की जीत के दावे के तौर पर किया जा रहा है।
नाराज अंजना ने आरोप लगाए कि उनको नामिनेशन फार्म तक नही लेने दिया जा रहा है । उनको कहा जा रहा है कि नामिनेशन फार्म बस कल (एक दिन) ही मिलने थे
संस्था की राजनीति में पूर्व पदों पर रहे कई लोगों ने कल की लड़ाई के बाद यह दावा किया है कि अभी तक वह ब्राह्मण होने के नाते योगेंद्र शर्मा गुट के साथ दिखाई दे रहे थे किंतु बदलते माहौल में भाजपा समर्थित प्रत्याशी के साथ जाने का मन बना रहे हैं ।
वही इस प्रकरण पर योगेंद्र शर्मा ने एनसीआर खबर से बताया कि चुनाव के दौरान कई बार मतभेद हो जाते हैं किंतु जल्द ही अंजना भागी के साथ हो रही गलतफहमी को दूर कर लिया जाएगा ।