राजेश बैरागी । ग्रेटर नोएडा में स्थित उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के सेक्टरों को क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में शामिल कर लिया जाना चाहिए? यह मांग अब उद्यमी संगठनों की ओर से भी उठाई जाने लगी है।
सोमवार को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रेक्षागृह में आयोजित उद्योग बंधु की नियमित बैठक में यूपीसीडा के सेक्टरों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में मर्ज करने की मांग भी उठी।
बैठक की अध्यक्षता प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी व जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने संयुक्त रूप से की। दरअसल ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण क्षेत्र में यूपीसीडा के पांच औद्योगिक सेक्टर तथा कई ग्रुप हाउसिंग सोसायटी व अंसल गोल्फ लिंक 2 हाउसिंग सोसायटी समेत दो आवासीय सेक्टर साइट सी में हैं।
यूपीसीडा के सभी औद्योगिक, आवासीय, व्यवसायिक, ग्रुप हाउसिंग आदि सेक्टरों के जल सीवर, कूड़ा निस्तारण की अपनी कोई व्यवस्था नहीं है। इसके लिए उनकी निर्भरता ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर है। एक निश्चित भोगौलिक सीमा के भीतर एक प्राधिकरण क्षेत्र में दूसरे प्राधिकरण के सेक्टरों की उपस्थिति अनेक समस्याओं को पैदा कर रही है। इससे न केवल उद्यमियों बल्कि निवासियों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।इन्हीं समस्याओं के दृष्टिगत उद्योग बंधु की बैठक में यूपीसीडा के सेक्टरों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में मर्ज करने की मांग उठाई गई। ग्रेटर नोएडा सीईओ ने इसे नीतिगत मामला बताते हुए बोर्ड और शासन के समक्ष रखने की बात कही।