कोरोना अपडेट : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनपद लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गोरखपुर, मेरठ, गौतमबुद्धनगर, झांसी, बरेली, गाजियाबाद, आगरा, सहारनपुर तथा मुरादाबाद के जिलाधिकारियों से कोविड-19 के साथ उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की इसके साथ ही कोरोना के उपचार के सम्बन्ध में की जा रही कार्यवाही की जानकारी प्राप्त तथा आवश्यक निर्देश दिए
मुख्यमंत्री के दिए निर्देश में कहा गया है कि जिन जनपदों में कोविड-19 के प्रतिदिन 100 से अधिक मामले आ रहे हैं अथवा 500 से ज्यादा एक्टिव केस हैं, उन जनपदों के जिलाधिकारी माध्यमिक विद्यालयों में अवकाश के सम्बन्ध में (परीक्षाओं को छोड़कर) स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लें I
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित रखने तथा इस महामारी के उपचार के लिए प्रदेश में सभी संसाधन उपलब्ध हैं। कोविड-19 से सफलतापूर्वक निपटने का हमारे पास गहन अनुभव है। उन्होंने संसाधनों तथा अनुभव के बेहतर समन्वय से कोविड-19 के खिलाफ जंग को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
इन जनपदों में रात्रि में आवागमन को नियंत्रित करने के सम्बन्ध में समुचित निर्णय लिया जाए, इसके लिए जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक समन्वय बनाते हुए निर्णय लें, ऐसी स्थिति में यह भी सुनिश्चित किया जाए आवश्यक सामग्री दवा, खाद्यान्न आदि का परिवहन व गतिविधियां बाधित न हों
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान समय में कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में विशेष सावधानी बरतना आवश्यक है। इसे ध्यान में रखकर यह सुनिश्चित किया जाए कि सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ एकत्र न होने पाए। सोशल डिस्टेंसिंग तथा मास्क की अनिवार्यता प्रत्येक दशा में सुनिश्चित की जाए। इस सम्बन्ध में इन्फोर्समेन्ट की प्रभावी कार्यवाही की जाए। उन्होंने अपर मुख्य सचिव गृह तथा पुलिस महानिदेशक को आज रात्रि में ही जनपद स्तरीय पुलिस अधिकारियों के साथ संवाद करते हुए मास्क की अनिवार्यता के सम्बन्ध में जरूरी दिशा-निर्देश प्रदान करने को कहा। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन की कार्यवाही सद्भावपूर्ण ढंग से की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पब्लिक एड्रेस सिस्टम हर चैराहे पर कार्यशील रहे। होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से निरन्तर संवाद बनाए रखते हुए उनकी माॅनीटरिंग की जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए खुले स्थान पर 200 और बन्द जगह पर 100 से अधिक लोग एकत्र न हों। उन्होंने स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का विशेष अभियान संचालित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 50 प्रतिशत एम्बुलेंस कोविड मरीजों तथा शेष 50 प्रतिशत एम्बुलेंस नाॅन-कोविड मरीजों के लिए आरक्षित की जाएं। यह व्यवस्था सभी मेडिकल काॅलेजों, चिकित्सा संस्थानों, सरकारी एवं निजी अस्पतालों में लागू करायी जाए। एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन से जुड़े चालकों एवं चिकित्सा कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि काॅन्टैक्ट टेªसिंग का कार्य प्रभावी ढंग से जारी रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोविड पाॅजिटिव व्यक्तियों के अधिक से अधिक काॅन्टैक्ट्स चिन्ह्ति हों। ग्रामीण तथा शहरी इलाकों में निगरानी समितियां सक्रिय रहें। इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को पूरी सक्रियता से कार्यशील रहे। कोविड अस्पतालों में बेड, एम्बुलेंस संचालन, निगरानी समितियों की कार्यवाही आदि को इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर से जोड़ा जाए। कोविड प्रबन्धन के कार्यों में विभिन्न विभागों, विकास प्राधिकरणों, आवास विकास आदि के कर्मियों की सेवाएं ली जाएं।