
फास्ट ट्रेनट्रायल के नाम पर नोएडा मेट्रो द्वारा 7x के 9 मेट्रो स्टेशन को बंद कर देने के फैसले पर कांग्रेस नेत्री पंखुड़ी पाठक ने नोएडा मेट्रो अधिकारियों से सवाल पूछा है । ट्विटर पर लिखते हुए पंखुरी ने कहा कि सरकार मेट्रो किसके लिए चलाती है राजस्व के लिए या जनता की सुविधा के लिए?
9 मिनट बचाने के लिए दस स्टेशन बंद करना कहां की समझदारी है? क्या यह सब बातें स्टेशन बनाने से पहले नहीं सोचनी थी? अगर स्टेशन होते हुए भी हज़ारों लोग उपयोग नहीं कर पा रहे तो मेट्रो का क्या काम?
आग्रह, निवेदन, ज्ञापन,बदले में बस आश्वासन ।
नॉएडा की जनता से रोज़ रोज़ हाथ जुड़वाने की आदत जो पड़ गई है ।
नॉएडावासियों को अपनी ताकत समझनी होगी।
जनप्रतिनिधि आपसे हैं , आप उनसे नहीं ।
यह बात उन बिचौलियों को भी समझा दी जाए जो जनप्रतिनिधियों के नाम पर यहां राजनीति करते हैं।
पंखुड़ी पाठक कांग्रेस नेत्री
हमारे जनप्रतिनिधियों को लगता है कि जनता तो जनता है ,गिड़गिड़ाने दो ,मरने दो, हमे क्या फर्क पड़ता है। जनता को कितना कष्ट है ,क्या फर्क पड़ता है। ब्रजेश शर्मा नोएडा 7x
क्या है नोएडा मेट्रो का एक्वा लाइन पर फास्ट मेट्रो ट्रायल ?
दरअसल नोएडा मेट्रो रेल ऑपरेशन में कोरो ना के समय पीक आवर में परी चौक से सेक्टर 51 की दूरी का समय कम करने के लिए 10 स्टेशन ( सेक्टर 50, 101,81,83,143, 144,145,146,147,148) पर मेट्रो के स्टॉपेज बंद कर दिए नोएडा मेट्रो के अनुसार इन स्टेशनों को बंद करने से 9 मिनट की बचत हो रही है ।
मेट्रो स्टेशन बंद करने के बाद से ही 7x वेलफेयर सोसायटी के लोगों ने इसका विरोध जताया और लगातार स्टेशनों को खोलने की मांग की लेकिन लोगों के तमाम विरोध के बावजूद नोएडा मेट्रो अपने 9 मिनट बचाने की मांग पर अड़ा रहा है और उसी को उपलब्धी ही मांन कर इसका परिचालन कर रहा है । जबकि 7x में रहने वाले लगभग 50000 लोग नोएडा अथॉरिटी के तुगलकी फैसले से प्रभावित हो रहे हैं करुणा के बाद जून में दोबारा मेट्रो के शुरू होने के बाद सेक्स के लोगों ने एक बार फिर से इसके खिलाफ आवाज उठाने शुरू करी है और इसमें अब कांग्रेस नेत्री पंखुड़ी पाठक के कूदने से यह मुद्दा राजनीतिक भी होने जा रहा है
