क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को मिलने जा रहा पूर्णकालिक सीईओ
राजेश बैरागी । क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को एक पूर्णकालिक मुख्य कार्यपालक अधिकारी मिलने जा रहा है? हालांकि देर शाम अपुष्ट तौर पर यह समाचार सोशल मीडिया पर चल रहा था कि नोएडा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणों की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु माहेश्वरी का स्थानांतरण कर दिया गया है परंतु जहां तक जानकारी मिली,यह समाचार सत्य नहीं था। दरअसल सोमवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरणों के अध्यक्ष पद पर वरिष्ठ आईएएस अधिकारी मनोज सिंह को जबकि यमुना एक्सप्रेस-वे व उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के अध्यक्ष पद पर प्रमुख सचिव औद्योगिक नरेंद्र भूषण को नियुक्त किया है। अब तक इन चारों प्राधिकरणों के अध्यक्ष अरविंद कुमार थे।कल मंगलवार को लखनऊ में एक अहम बैठक होने जा रही है। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में संभवतः ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के लिए पूर्णकालिक मुख्य कार्यपालक अधिकारी की नियुक्ति पर विचार किया जाएगा। यह आवश्यक है। इस बैठक में शामिल होने के लिए ऋतु माहेश्वरी को भी लखनऊ बुलाया गया है। हालांकि प्रभारी मुख्य कार्यपालक अधिकारी के तौर पर ऋतु माहेश्वरी ने पिछले कुछ महीनों में ही पटरी से लगभग उतर चुके ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पुनः पटरी पर लाने में बहुत परिश्रम किया है। नोएडा की भांति ग्रेटर नोएडा को सजाने संवारने,जी-20 की बैठकों के लिए शहर को तैयार करने, किसानों की आबादी व अन्य समस्याओं के समाधान की दिशा तय करने से लेकर निवेश लक्ष्य की प्राप्ति का प्रयास उनके द्वारा किया जा रहा है। उनके न रहने से उनके द्वारा अभी तक किए गए प्रयासों को भी झटका लग सकता है। हालांकि यह सत्य है कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे प्राधिकरणों को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रत्येक प्राधिकरण को एक कुशल व पूर्णकालिक मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवश्य मिलना चाहिए। नरेंद्र भूषण के स्थानांतरण के बाद पहले मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह और फिर ऋतु माहेश्वरी को प्रभारी मुख्य कार्यपालक अधिकारी बनाकर शासन ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया है।(साभार:नेक दृष्टि हिंदी साप्ताहिक नौएडा)