भारत का दोस्त कहे जाने वाले खाड़ी देश कतर ने एक बड़ा झटका दिया है। कतर में पिछले 13 महीने से जासूसी के आरोप में जेल में बंद भारतीय नेवी के 8 पूर्व अफसरों को वहां की अदालत ने मौत की सजा सुना दी है। ये अधिकारी कतर की सेना को ट्रेनिंग देने वाली एक प्राइवेट कंपनी के लिए काम करने गए थे।
कतर की खुफिया इकाई ने 30 अगस्त 2022 को भारतीय नौसेना के आठ रिटायर्ड अफसरों को बिना कोई कारण बताए गिरफ्तार कर लिया था। कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर सुग्नाकर पकाला, कमांडर पूर्णेंदु तिवारी, कमांडर अमित नागपाल, कमांडर संजीव गुप्ता और सेलर रागेश का जीवन संकट में था। वजह, उन पर कथित जासूसी का आरोप लगाया गया।
विदेश मंत्रालय ने मौत की सजा के फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा है कि हम इससे स्तब्ध हैं। हमें विस्तृत फैसले का इंतजार है। इसके बाद भारत सरकार इस फैसले को कतर के अधिकारियों के सामने चुनौती देगी।
मंत्रालय ने कहा कि इस मामले की कार्यवाही की गोपनीय प्रकृति के कारण, इस समय कोई और टिप्पणी करना उचित नहीं होगा.