दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शराब घोटाले को लेकर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा भेजे गए संबंध को रिजेक्ट करने के बाद परेशानियां खत्म नहीं हुई है बल्कि जल्द ही ईडी उनको पुन: सम्मन भेजने की तैयारी कर रहा है । ईडी के सूत्रों के अनुसार पार्टी के प्रचार के साथ केजरीवाल की इतनी करीबी भागीदारी से यह पता चलता है कि वह पार्टी के गोवा में प्रचार के लिए शराब घोटाले से अपराध की आयकीकृत उपयोग से अनजान नहीं हो सकते थे यह एक बड़ा संकेत है।
ईडी के सूत्रों के अनुसार पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट का एक प्रश्न था जिसने ईडी के इस आप का स्थाई रूप से स्वीकार कर लिया था कि शराब घोटाले से मिली 338 करोड़ की रिश्वत का इस्तेमाल गोवा में किया गया था तो एजेंसी ने आप मुखिया से पूछताछ क्यों नहीं की जिसके कारण एजेंसी ने अदालत को बताया था कि वह आप के मुखिया से सवाल जवाब करना चाहती है।
स्मरण रहे की 2 नवंबर को अरविंद केजरीवाल को ईडी ने आबकारी घोटाले में पेश होने के लिए संबंध जारी किया था जिसके बाद 2 तारीख की सुबह अरविंद केजरीवाल ने ईमेल से ईडी को सही से संबंध न देने के आरोप लगाते हुए उन्हें दोबारा नोटिस भेजने को कहा था अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इस संबंध से यह स्पष्ट नहीं हो रहा है कि उन्हें आरोपी के तौर पर बुलाया जा रहा है या गवाह के तौर पर बुलाया जा रहा है या मुख्यमंत्री के तौर पर बुलाया जा रहा है ईमेल करने के बाद अरविंद केजरीवाल मध्य प्रदेश के अपने चुनावी प्रचार पर निकल गए थे ।