लखनऊ के नबाब का एक किस्सा बहुत प्रसिद्ध है कि जब अंग्रेजो की सेना ने उन पर आक्रमण किया तो सारी सेना भाग गई किंतु वह अपने दीवान पर बैठे रहे। उनकी वीरता से अंग्रेज बहुत प्रसन्न हुए और उन्होंने गिरफ्तार करने के बाद अपने यहां बुलाकर पूछा की नवाब साहब इतनी बड़ी सेना देखने के बावजूद आप वहां से उठकर नहीं भागे, तो नवाब ने कहा हम भागते कैसे हमारे जूते पहनाने वाला हमसे पहले भाग गया ।
आप सोच रहे होंगे कि आखिर यह कहानी हम आपको क्यों सुना रहे हैं तो हुआ यह है कि नोएडा महानगर समाजवादी पार्टी के उत्साही कार्यकर्ताओं ने 3 नवंबर को पहली बार सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर अपना अकाउंट बनाया है और बनाने के बाद आज दोपहर में उन्ही नबाब साहब के सिंड्रोम के तहत एनसीआर खबर को टैग करते हुए आदेशात्मक प्रश्न पूछा कि एनसीआर खबर नोएडा महानगर में बीते 6 महीने में उनके द्वारा किए गए पॉजिटिव कार्यों को बताए। इसके साथ ही उसमें यह भी लिखा गया कि बीते 6 महीने में नोएडा महानगर के हित में छापे गए समाचार भी बताएं ।
इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में पूरे जिले की मीडिया को निशाने पर लेते हुए लिखा गया कि कब तक सत्ता की चाशनी में खुद को डुबोकर रखना चाहते हो और विपक्ष की आवाज को अनसुना करना चाहते हो।
इन दो ट्वीट के आधार पर ये निष्कर्ष निकला जा सकता है कि फिलहाल समाजवादी पार्टी नोएडा महानगर का वर्तमान संगठन बिल्कुल लखनऊ के नवाब साहब की तरह सोच रहा है जो मीडिया से दो तरीके की अपेक्षा कर रहा है एक वह उनके किए गए जनहित के कार्यों का रिकॉर्ड रखें, और उन्हें प्रकाशित कर उनका प्रचार भी करता रहे, दूसरा जिले की मीडिया उनके बिना कुछ कार्य किए भी उनके बारे पॉजिटिव समाचार (जिसे कारपोरेट की भाषा में पीआर भी कहते है) प्रकाशित करता रहे ।
ऐसे मे इस पूरे घटनाक्रम के बाद जिले की मीडिया की तरफ से एनसीआर खबर स्वयं जिले की जनता से यह पूछना चाहता हैं कि क्या उनके संज्ञान में बीते 6 महीने में नोएडा महानगर समाजवादी पार्टी द्वारा जनहित में किए गए किसी कार्य की जानकारी है जो एनसीआर खबर और जिले की मीडिया के संज्ञान में आने या प्रकाशित होने से रह गई हो । यदि है तो उनकी जानकारी मीडिया को देने की कृपा करें ताकि उसको समाजवादी पार्टी के X हैंडल ओर कार्यालय पर अवगत कराया जा सके I
प्रश्न ये भी है कि समाजवादी पार्टी का वर्तमान संगठन ऐसी अपेक्षा किस आधार पर कर रहा है । क्या वह यह आरोप लगाना चाहता है कि वह अपने किसी अच्छे कार्य की प्रेस विज्ञप्ति को जिले की मीडिया द्वारा ना छापे जाने से नाराज है या फिर उनके संगठन में किसी ने यह बता दिया है कि मीडिया को बिना कार्य करे भी पॉजिटिव समाचार छापने का दबाव या आदेश दिया जा सकता है I
कभी मीडिया पर हल्ला बोल जैसी मुहिम चलाने वाले पार्टी के कार्यकर्ता होने के चलते कदाचित उन्हें विश्वास ना हो कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाला मीडिया सत्ता या विपक्ष के समर्थन या विरोध की बातें नहीं करता है, ना ही वह किसी तरीके से पॉजिटिव न्यूज़ बनाकर प्रचारित करने का काम करता है बल्कि वह जनता के हित के लिए किए गए कार्यों को प्रकाशित करने का काम करता है। इसके साथ ही पक्ष ओर विपक्ष के नेताओं द्वारा जनहित की आड़ मे आत्ममुग्ध महिमामंडन की समालोचना में विश्वास करता है
ऐसे में समाजवादी पार्टी द्वारा किए गए दोनों ट्विटर के बाद ऐसा लगता है कि नोएडा महानगर समाजवादी पार्टी अभी भी लखनऊ के नबाब साहब के हैंगओवर से बहार नहीं आ पाई है । जिले के सुधी पाठक अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं ।