नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर नियाल ने कार्तिक पूर्णिमा (15 नवंबर )से अगले एक माह तक नियमित रनवे टेस्टिंग करने की तैयारी शुरू कर दी है । एयरपोर्ट का निर्माण और संचालन कर रही संस्था नियाल के सूत्रों के अनुसार 15 नवंबर से अगले एक माह तक एयरपोर्ट पर विमान उड़ेंगे और लैंडिंग करेंगे । इसके साथ ही 30 नवंबर को यात्रियों को बैठाकर विमान की रनवे पर लैंडिंग भी की जाएगी । यात्रियों के साथ रनवे पर लैंडिंग के लिए 25 नवंबर तक नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए )से फ्लाइट ट्रायल के लिए अनुमति ले ली जाएगी।
एयरपोर्ट का निर्माण कर रही कंपनी के अनुसार नेविगेशन और रडार उपकरण की जांच कर ली गई है । यमुना प्राधिकरण सीईओ डा अरुणवीर सिंह ने दावा किया कि एयरपोर्ट पर कैट 1 और कैट 3 उपकरण स्थापित कर लिए गए हैं यह उपकरण कोहरे में विमान की ऊंचाई और दक्षता बताते हैं डीजीसीए ने इन उपकरण का निरीक्षण किया था । इसके साथ ही एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) भी स्थापित कर दिया गया है ।
आपको बता दें आई एल इस एक रेडियो नेविगेशन सिस्टम होता है जो कम दृश्यता की स्थिति में लैंडिंग के दौरान पायलट को सही जानकारी देता है । इस प्रणाली में लोकलाइज और ग्लाइड पाठ एंटीना नाम के दो घटक होते हैं यह एक आवश्यक सुरक्षा प्रणाली है जो पायलटो को कोहरे वर्ष या अन्य प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण होने वाली कम दृश्यता पर भी सुरक्षित रूप से उतरने में सक्षम बनाती है।
सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने दावा किया कि अगले वर्ष 17 अप्रैल से विमान की उड़ान प्रस्तावित है इससे पहले लाइसेंस संबंधी सभी प्रक्रिया पूरी की जा रही हैं एयरपोर्ट पर पहले दिन से 30 विमान यात्री सेवा के लिए उपलब्ध रहेंगे।