फ्लैट बायर्स के मुद्दे पर क्रेडिट को लेकर हो रहे सर्वे में जहां गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने बिल्कुल सरेंडर कर दिया है वही अब तक सबसे पीछे दिख रहे दादरी विधायक तेजपाल नागर ने अचानक लीड लेते हुए खुद को सबसे आगे कर लिया है किंतु चिरागों को जलाने में लगता है इस बार उनकी उंगलियां जल सकती हैं क्योंकि ऑर्गेनिक वोटिंग के दौरान अचानक से तेजपाल नागर के व्यू में हुई वृद्धि के कारण टोटल वोट और व्यू का अंतर बड़ा हो गया है।
लोगों ने दादरी विधायक तेजपाल नागर पर ऑर्गेनिक वोटिंग की जगह वोट का प्रयोग करने का आरोप लगाया है लोगों ने कहा की कुल मिलाकर टोटल व्यू से ऊपर जितने वोट दिखाई दे रहे हैं वह सब बोगस वोट हैं और तेजपाल नागर द्वारा अपनी प्रसिद्धि को जताने के लिए इस तरीके का प्रयोग गलत ही कहा जाएगा।
क्या होता है बोट?
अपने पाठकों के लिए बता दें की ट्विटर पर सामान्यतः लोग अपने प्रोफाइल को बनाकर वोटिंग करते हैं ऐसे में ट्विटर का सर्वे ऑथेंटिक माना जाता है किंतु कई बार अनैतिक प्रैक्टिस करते हुए कुछ लोग डमी आईडी के सहारे ऐसे वोटो को बढ़ाने का काम भी करने लगते हैं ।
लोगों के आरोप हैं की दादरी विधायक तेजपाल नागर ने आईटी सेल की मदद से अनैतिक तौर पर वोट का प्रयोग करके फ्लैट रजिस्ट्री में क्रेडिट लेने की होड़ में आगे निकलने की कोशिश की है वहीं कुछ लोगों का आरोप है कि तेजपाल नागर भी इस बार लोकसभा में अपना दांव आजमाना चाहते हैं इसलिए अब वह सोशल मीडिया पर हर काम के क्रेडिट को लेकर आगे निकलते हुए देखना चाहते हैं
मेरे पास कोई आईटी सेल नही : अभिषेक कुमार
वही अचानक से बोट के प्रयोग से सबसे आगे चल रहे तेजपाल नागर के वोटो को देखकर उठे विवाद के बाद नेफोवा अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने हताशा जारी करते हुए कहा कि मेरी जो भी ताकत है आपलोग है, मैं आपलोग से ही हूँ…मेरे पास कोई IT Cell नहीं, जिसका उपयोग कर मैं Poll बढ़ा लूँl आपलोग ने जो मान सम्मान दिया है, मेरे लिए वही काफी हैI POLL मे हारूं-जीतू ये मायने नहीं रखताI लेकिन एक बात सत्य है कि हम सब मिलकर अपनी अवाज इतनी दूर पहुंचा दिए कि चारों तरफ हड़कंप मचा हुआ है और यही हमारी जीत हैl
अब ऐसे में बड़ा प्रश्न यह है कि क्या दादरी विधायक तेजपाल नागर लगातार लग रहे इन आरोपों पर कोई जवाब देंगे या फिर अब वह वोट के सहारे ही इस तरीके के सर्वे में आगे निकलने की कोशिश करेंगे एनसीआर खबर में पल में हो रहे बोर्ड के प्रयोग के प्रश्न को लेकर ट्विटर को एक मैसेज भेजा है और रिक्वेस्ट की है कि वह बोर्ड के प्रयोग से बढ़ रहे वोटो को या तो हटा दे या फिर इस सर्वे में व्यूज की संख्या को सही बताएं । अगर तय सीमा में ट्विटर के द्वारा ऐसा नहीं किया जाएगा तो बोट के जरिए जो वोट बढ़ाने के आरोप लगे हैं उन वोटो को हटाकर ही इस पल में विजेता को माना जाएगा।
एनसीआर खबर का यह सर्वे अभी 2 दिन और चलेगा, आप भी एक्स (ट्वीटर) पर चले रहे इस सर्वे में अपनी राय दे सकते है ।