उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में हाई राइज सोसाइटी के जंगल में आम लोगों का सुविधाओं के लिए तरसना कोई नई बात नहीं रह गई है । यहां न पीने के लिए पानी मिल पाता है, ना इन सोसाइटियों के कंस्ट्रक्शन की क्वालिटी की बात हो पाती है और ना ही इन सोसाइटी में लगी हुई लिफ्टों के संचालन और रखरखाव पर प्रशासन कोई संज्ञान लेता है । लिफ्ट एक्ट आने के बावजूद इस क्षेत्र में की हाईराइज सोसाइटी में लिफ्ट में फंसने उनके खराब होने की घटनाएं आम बात है
ताजा प्रकरण ग्रेटर नोएडा वेस्ट (Greater Noida West) की फ्यूजन होम्स सोसाइटी का है, जहां एक लिफ्ट अचानक चौथी मंजिल पर अटक गई, और उसमें एक छोटी बच्ची फंस गई। बच्ची करीब 10 मिनट तक लिफ्ट में बंद रही। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया (Social Media) पर तेजी से वायरल हो रहा है।
सोसाइटी के डी टावर की 12वीं मंजिल पर रहने वाले संजू कुमार ने कहा कि वह अपने फ्लैट से बाहर निकलकर लिफ्ट की ओर जा रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि लिफ्ट चौथी मंजिल पर रुकी हुई थी और नीचे से चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। अपनी पत्नी के साथ चौथी मंजिल पर पहुंचने पर उन्होंने देखा कि एक छोटी बच्ची लिफ्ट में फंसी हुई थी और डर से घबराई हुई थी। संजू ने इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया और तुरंत मेंटेनेंस टीम को सूचित किया। मेंटेनेंस टीम ने करीब 10 मिनट की मेहनत के बाद बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इस दौरान बच्ची लगातार रो रही थी और डर से कांप रही थी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट की 200 सोसाइटी में लिफ्ट है या सही है इस पर जिला प्रशासन, प्राधिकरण नाकाम
दरअसल ग्रेटर नोएडा वेस्ट क्षेत्र में बनी सैकड़ों हाई राइज सोसाइटी में लिफ्ट और लिफ्ट एक्ट अपने आप में एक बड़ा घोटाला है । लिफ्ट एक्ट बनवाने को लेकर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों में क्रेडिट लेने की होड़ तो मची किंतु उसको लागू करवाने के नाम पर सब गायब हो गए। यह हालत तब है जब क्षेत्र में तमाम हाई प्रोफाइल नेताओं अधिकारियों के अपने फ्लैट यहां मौजूद हैं ।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों और बिल्डरों के बीच भ्रष्टाचार की जड़े इतनी मजबूत हैं कि कई सोसाइटियों में के टावरों में एक-एक लिफ्ट होने के बावजूद ओसी और सीसी ले ली गई है । ऐसे में उन लिफ्टों के लिफ्ट एक्ट के अनुरूप संचालन या रखरखाव को लेकर जिला प्रशासन की जिम्मेदारी और उससे हाथ झाड़ने की परिस्थितियों पर कुछ भी कहना सूर्य को दिया दिखाने जैसा है और ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासी अपनी जान हथेली पर रखकर इन्हीं राइस सोसाइटी में रहने और लिफ्ट की समस्याओं से प्रतिदिन दो चार होने के लिए मजबूर हैं ।