गूगल ने कई दिग्गज ऐप्स को प्ले स्टोर से हटा दिया है। जानकारी के अनुसार गूगल ने उसकी ऐप बिलिंग पॉलिसी को नहीं मान रही 10 से ज्यादा भारतीय कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की है। गूगल ने 1 मार्च (शुक्रवार) को कहा कि बढ़े हुए पीरियड के लिए ऐप बिलिंग पॉलिसी के अनुपालन यानी कंप्लायंस के ऑप्शन को जो कंपनियां नहीं चुन रही हैं, उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है।
गूगल ने अब तक भारत मैट्रिमोनी, शादी डॉट कॉम, नौकरी.कॉम, 99-एकर्स.कॉम, Altt, स्टेज, अहा, ट्रूली मैडली, क्वैक क्वैक, कुकू FM और FRND जैसी कंपनियों के ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटाया है।
दरअसल, गूगल अपने प्लेटफार्म पर ऐप्स को जगह देने के लिए फीस चार्ज करता है। गूगल का कहना है कि फीस से प्ले स्टोर पर एंड्रॉयड के इकोसिस्टम को प्रमोट करने में मदद मिलती है। गूगल के इस एक्शन पर संस्थापकों की तीखी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने गूगल के इस तरह से उनके ऐप को हटाने पर ताज्जुब जाहिर किया है।
Shaadi के संस्थापक अनुपम मित्तल ने आज को भारतीय इंटरनेट के लिए काला दिन करार दिया है। उन्होंने गूगल को ‘नई डिजिटल ईस्ट इंडिया’ कंपनी बताया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, गूगल ने भारतीय डेवलपर्स के उन ऐप्स को हटाने का फैसला किया है जो उसकी बिलिंग पॉलिसी का पालन नहीं कर रहे हैं। ऐप्स पर एक्शन का यही कारण है।
नौकरी और 99एकड़ के मालिक इंफोएज के संजीव बिखचंदानी ने एक टीवी साक्षात्कार में कहा: “गूगल से मिला नोटिस यह नहीं कहता है कि उन्हें सूची से हटाया जा रहा है। इसमें कहा गया है कि यदि आप अनुपालन नहीं करते हैं तो आपको सूची से हटा दिया जाएगा।
डेटिंग ऐप QuackQuackin के संस्थापक और सीईओ रवि मित्तल ने कहा कि उनके ज्यादातर यूजरबेस एंड्रॉइड पर हैं। जहां प्रतिदिन 25,000 से ज्यादा डाउनलोड होते हैं। Google Play Store किसी भी कंपनी के लिए एंड्रॉइड इकोसिस्टम में मौजूद रहने का एकमात्र विकल्प है। यह कदम न केवल हमारे ऐप बल्कि पूरे स्टार्टअप इकोसिस्टम को खतरे में डालता है। उन्होंने भारत सरकार से हस्तक्षेप करने और निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा की रक्षा करने की गुहार लगाई है।
मामले में इंटरनेट और मोबाइल कंपनियों की एसोसिएशन IAMAI भी उतर आई है। उसने गूगल को सख्त एडवाइजरी जारी की है। संगठन ने गूगल से भारतीय ऐप्स को प्ले स्टोर से हटाने से रोकने की अपील की है।