जिस दिन चुनाव लड़ना होगा उसके लिए सिर्फ़ घोषणा भर की ज़रूरत पड़ेगी। पिछले 10 साल के अख़बारों की कटिंग डालना होगा, हमने कितना संघर्ष किया है स्पष्ट हो जाएगा। सब जानते हैं कौन ग्रेटर नोएडा वेस्ट को बेहतर शहर बनाने के लिए लड़ रहा है, और किनके लिए यहां के नागरिक वोटर से ज़्यादा कुछ नहीं ।
ये यह दावा है बायर्स की सबसे बड़ी संस्था नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार का, जिन्होंने आज लोकसभा चुनाव को लेकर उनके आंदोलन और उनके चुनाव लड़ने के कटाक्ष पर पलटवार करते हुए कहा ।
अभिषेक ने सोशल मीडिया पर लिखा कि आज सांसद जी किसी सोसाइटी में आंदोलन को लेकर बोले हैं कि कुछ लोगों की महत्वाकांक्षा है चुनाव लड़ने की, इसलिए वो आंदोलन करते है। हम तो लगातार आंदोलन कर रहे हैं। रजिस्ट्री, घरों का पज़ेशन, मेट्रो, बस, फुट ओवर ब्रिज, लिफ़्ट ऐक्ट, स्ट्रीट लाइट, सड़कें, सरकारी अस्पताल, सरकारी स्कूल, अंतिम निवास, रामलीला मैदान सहित कई मांगों पर लगातार संघर्ष कर रहे हैं।
रही बात चुनाव लड़ने की, इस बार भी हज़ारों की संख्या में साथियों ने कहा कि चुनाव लड़ें। लेकिन हमें लगता है कि अभी नहीं।
एनसीआर खबर से बातचीत में अभिषेक ने बताया कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बहुत सम्मान करते है और उनके चुनावी चेहरा होने तक चुनाव नहीं लड़ेंगे I जनता की मांगो को लेकर आन्दोलन करना उनका अधिकार है नेफोवा बीते 10 वर्षो से लगातार जनता के मुद्दों की लड़ाई लडती रही है और लडती रहेगी I
वही उनके इस वक्तव्य पर कई लोगों ने उनके चुनाव लड़ने को बेहद जरूरी कदम बताया है तो कई लोगों ने ऐसे वक्तव्य को इग्नोर कर अपने उद्देश्य के लिए लगे रहने के कहा हैI ऐसे में बड़ा प्रश्न यह है कि बदलते घटनाक्रम में विपक्ष की ओर से कोई मजबूत मुकाबला ना होने की स्थिति में क्या अभिषेक कुमार चुनाव लड़ेंगे या फिर चुनाव न लड़ने के अपने वादे पर अटल रहेंगे।