आशु भटनागर I गौतम बुध नगर लोक सभा चुनाव को लेकर जैसे-जैसे चुनाव की घड़ी नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे पूरा चुनाव एक तरफा होता जा रहा है एक तरफ जहां पूरे देश में मोदी लहर के आगे विपक्ष घुटने टेक कर बैठा है तो गौतम बुध नगर में भाजपा द्वारा तीसरी बार डॉक्टर महेश शर्मा को टिकट देने के बाद जिले के विपक्ष में हाहाकार मच गया है ।
हालात इस कदर खराब हैं कि इंडिया गठबंधन के तीन दल आपस में यह नहीं तय कर पा रहे हैं कि उनके यहां से टिकट इस सीट पर चुनाव कौन लड़ेगा I जानकारी के अनुसार समाजवादी पार्टी की तरफ से लगातार ये इनपुट दिए जा रहे थे कि इस सीट पर को आरएलडी को दिया जा सकता है किंतु आरएलडी के एनडीए में जाने की खबरों के बाद समाजवादी पार्टी ने इस सीट को कांग्रेस को देने की योजना बनाई । कदाचित बिना समुचित कैडर और वोटबैंक के विधानसभा चुनाव में अपनी दुर्गति करवा चुकी कांग्रेस एक बार फिर से जमानत जब्त करवाने के खेल में नहीं फंसना चाहती थी । ऐसे में पंखुड़ी पाठक और दीपक चोटी वाला जैसे कद्दावर एआईसीसी नेताओं के होने के बावजूद उन्होंने इस सीट से किनारा करना उचित समझा और गाजियाबाद सीट लेकर यह सीट गठबंधन के अन्य दलों और समाजवादी पार्टी के हिस्से में डाल दी ।
इसके बाद यह सूचना आई कि समाजवादी पार्टी इस सीट पर अपने दावेदार ढूंढ रही है जिसमे विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी, बसपा से सपा में आए गजराज नगर, ब्राह्मण समुदाय से पीतांबर शर्मा और जगदीश शर्मा के अलावा फकीरचंद नगर और रामशरण नगर का नाम सामने आया । किंतु डॉक्टर महेश शर्मा के विराट व्यक्तित्व के आगे यह सभी नेता लगातार पीछे हटते दिखाई दे रहे हैं ।
एनसीआर खबर से विशेष बातचीत में गजराज नगर ने स्पष्ट मना करते हुए कहा कि उनके चुनाव लड़ने की कोई इच्छा नहीं है वही समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने भी चुनाव न लड़ने के संकेत दिए है । यद्धपि उन्होंने कहा कि अगर पार्टी कहेगी तो वह चुनाव में उतरेंगे जरूर किंतु चुनाव को लेकर हो रही तैयारी पर उनके बयानों से यह लगा की पार्टी अभी भी चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है ।
वहीं इंडिया गठबंधन की एक अन्य पार्टी आम आदमी पार्टी द्वारा उत्तर प्रदेश में तीन सीट मांगे जाने के क्रम में यह कहा जाने लगा की संभवत समाजवादी पार्टी गौतम बुद्ध नगर सीट को आम आदमी पार्टी को देकर इस सीट पर होने वाली जबरदस्त हार के कलंक से मुक्ति पा सकती है ।
किंतु खेल यहां भी बहुत अच्छा नहीं कहा जा रहा है अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि आम आदमी पार्टी इंडी गठबंधन के तौर पर इस सीट से चुनाव लड़ेगी या नहीं । सूत्रों की माने तो आम आदमी पार्टी के अंदर भी इस टिकट सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर घमासान है। पार्टी के तमाम नेता इस सीट पर दावेदारी से ही पीछे हट रहे हैं। ले देकर आखिरी नाम नोएडा विधानसभा से चुनाव लड़ चुके पंकज अवाना, अशोक कमांडो का सामने आ रहा है
आम आदमी पार्टी पार्टी सूत्रों ने बताया कि वह तमाम ऐसे और अराजनीतिक समाजसेवियों को आम आदमी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की रिक्वेस्ट कर रहे हैं जो नोएडा में समाजसेवा, शिक्षा या स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवा के तौर पर अपना एक विशिष्ट स्थान बनाए हुए हैं किंतु अभी तक कोई भी नोएडा का प्रमुख समाजसेवी डॉ महेश शर्मा के सामने आकर चुनाव लड़ने को तैयार नहीं है ।
ऐसे में कई जगह बीजेपी के ही समर्थकों ने यह दावा करना शुरू कर दिया है कि इस बार डॉक्टर महेश शर्मा निर्विरोध भी चुन लिए जा सकते हैं । इन डाबो के बाद यह प्रश्न भी उठाना शुरू हो गया है कि क्या वाकई इंडिकेटर बंधन इस सीट पर कोई विशेष प्रत्याशी उतारने में सक्षम रहेगा या फिर आखिरी चरणों में अपने किसी स्थानीय नेता को जबरदस्ती टिकट देकर खाना पूर्ति करेगा । और अगर ऐसा संभव हुआ तो गौतम बुद्ध नगर की इस सीट पर डॉक्टर महेश शर्मा हैट्रिक के साथ जीत की एक नई इमारत लिखने को तैयार होंगे।