लोकसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने बड़ा कदम उठाते हुए नोएडा महानगर और गौतम बुध नगर जिला अध्यक्ष को बदल दिया है । कांग्रेस द्वारा जारी पत्र के अनुसार नोएडा महानगर अध्यक्ष के पद पर रामकुमार तंवर को हटाकर मुकेश यादव को बनाया गया है । गौतम बुध नगर के जिला अध्यक्ष के तौर पर दिनेश शर्मा को हटाकर दीपक भाटी चोटीवाला को बनाया गया है। आपको बता दें कि दीपक भाटी चोटी वाला विधानसभा चुनाव में दादरी विधानसभा से चुनाव लड़े थे ।
कांग्रेस ने डा महेंद्र नागर से किया पुराना हिसाब किताब बराबर
क्या कांग्रेस में हुए इस फेर बदलकर सीधा असर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी महेंद्र नागर के चुनाव पर पड़ने वाला है ? जानकार तो यही बता रहे है । कदाचित नोएडा महानगर अध्यक्ष रामकुमार तंवर रिश्ते में डा महेंद्र नागर के भांजे लगते हैं । ऐसे में यह माना जा रहा था कि डा महेंद्र नागर के समाजवादी पार्टी से प्रत्याशी होने के कारण गठबंधन में मौजूद कांग्रेस की नोएडा यूनिट उनके साथ जबर्दस्त तालमेल के साथ काम करेगी । वही गौतम बुध नगर जिला अध्यक्ष के पद पर मौजूद दिनेश शर्मा को भी डा महेंद्र नागर का ही विश्वस्त माना जाता रहा है , उनको कांग्रेस में तब के जिला अध्यक्ष डॉ महेंद्र नागर ने ही अपनी जगह जिला अध्यक्ष बनाया था । तब डॉक्टर महेंद्र नगर कांग्रेस से दादरी विधानसभा से टिकट मांग रहे थे किंतु टिकट न मिलने के चलते हैं वह समाजवादी पार्टी में चले गए थे ।
किंतु ऐसा लगता है कि कांग्रेस में तब उनके इस कदम के कारण आहत हुए प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने अब हिसाब बराबर कर लिया है । राजनैतिक विश्लेषकों की माने तो डॉक्टर महेंद्र नगर जिस व्यक्ति को टिकट देने के चलते कांग्रेस छोड़कर गए थे। कांग्रेस ने अब उन्ही दीपक भाटी चोटीवाला को गौतम बुद्ध नगर जिला अध्यक्ष बना दिया है । ऐसे में तब समाजवादी पार्टी में शामिल होकर कांग्रेस के प्रत्याशी दीपक भाटी चोटी वाला के विरोध में प्रचार करने वाले डॉक्टर महेंद्र नगर के लिए अब अपने ही सहयोगी दल से जबरदस्त नुकसान होने की संभावना है ।
वही कांग्रेस के इस कदम के पीछे समाजवादी पार्टी से ही कांग्रेस के एक अन्य दावेदार की भी भूमिका इसमें बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि इस व्यक्ति ने गौतम बुध नगर सीट से टिकट लेने के लिए अखिलेश यादव के पास अपना बायोडाटा भेजा था और उसके लिए कांग्रेस के बड़े नेता दिग्विजय सिंह से सिफारिश लगवाई थी ।
किंतु समाजवादी पार्टी की स्थानीय यूनिट के फीडबैक और सिफारिश के बाद डॉक्टर महेंद्र नागर का दुबारा टिकट हो गया और 10 दिन के उठा पटक के बाद टिकट काटने की स्थिति के बावजूद एक बार फिर से उन्हें अखिलेश यादव ने प्रत्याशी बना दिया ।
ऐसे में अब माना जा रहा है कि कांग्रेस भले ही गठबंधन में सहयोगी हो पर उसने नोएडा महानगर और जिला अध्यक्ष को बदलकर डा महेंद्र नागर से विधानसभा चुनाव के समय किया गया हिसाब किताब बराबर कर लिया है ।