लोकसभा चुनावों में गौतम बुद्ध नगर सीट पर जीत के लिए संघर्ष कर रही समाजवादी पार्टी नीत इंडिया गठबंधन को एक और झटका लगा है। बुलंद सिटी माल घोटाले की जांच में घिरे पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष आशा यादव और हरेन्द्र यादव ने गुरुवार को सिकंदराबाद विधानसभा क्षेत्र के झाझर में सीएम योगी की जनसभा के मंच पर सीएम योगी के आने से पूर्व ही भाजपा ज्वाइन कर ली और साइकिल छोड़ कमल के फूल को अपना लिया। समाजवादी पार्टी सुप्रीमो की रैली से एक दिन पूर्व हुए इस घटनाक्रम ने एक बार फिर से चुनावों में नेताओं के दल बदलने पर प्रश्न उठा दिए है I
जिला पंचायत अध्यक्ष आशा यादव और हरेन्द्र यादव के भाजपा में आने पर गौतम बुद्ध नगर के भाजपा प्रत्याशी डा. महेश शर्मा ने दावा किया कि भाजपा का कुनबा बढ़ रहा है वहीं सपा नेताओं ने इसे जांच से बचने के लिए भाजपा की शरण में जाना बताया है I
आपको बता दें बुलंदशहर जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान भाजपा विधायक प्रदीप चैधरी ने सदन में बुलंदशहर के बुलंद सिटी मॉल के निर्माण, आवंटन, राजस्व उपयोग आदि में अनियमिताओं और भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ से मामले की जांच की मांग की थीI जिसके बाद चार दिन पूर्व बुलंदशहर में शान द्वारा गठित एसआईटी की टीम ने बुलंद सिटी मॉल का भौतिक निरीक्षण शुरू की थी। जांच की आंच की लपटें सपा रालोद के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष हरेंद्र यादव और उनकी पत्नी आशा यादव की तरफ बढ़ रही थी। रालोद उस समय एनडीए का हिस्सा नहीं था।
आपको बता दें समाजवादी पार्टी के नेता राजकुमार भाटी ने 2 दिन पूर्व ही चुनावो में दल बदल रहे नेताओं को लेकर अपना दर्द सोशल मीडिया पर बयां किया था और कहा था ऐसे नेताओं के समर्थक उनको वोट ना दें I