पूरे उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी सरकार भू माफिया के खिलाफ अपने अभियान में और सख्त हो गई है जानकारी के अनुसार आगरा में बहुचर्चित भूमाफिया सुशील गोयल सहित 10 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है ।
आगरा से मिल गई जानकारी के अनुसार यह लोग अवैध प्लाटिंग कर लोगों को बेवकूफ बनाते थे। आगरा के लिए फर्नीचर व्यापारी पंकज अग्रवाल ने 53 लाख रुपए में प्लॉट सुशील गोयल से खरीदा था । बाद में इसके अवैध होने की सूचना मिलने पर फर्नीचर व्यापारी ने भू माफिया सुशील गोयल के खिलाफ धोखेबाजी का मुकदमा दर्ज कराया है ।

आगरा पुलिस के अनुसार पंकज अग्रवाल नाम के फर्नीचर व्यापारी ने भूमिया सुशील गोयल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए कहा है कि उसने उसके साथ मारपीट की ओर उसे जान से मारने की धमकी दी है ।
आगरा के प्रतापनगर में जगदेशपुरा थाने के प्रभारी के अनुसार सुशील गोयल फर्जी समिति बनाकर अवैध प्लाटिंग करता था और लोगों को प्लॉट खरीदने का झांसा देता था। पूरे उत्तर प्रदेश में बढ़ रही अवैध कॉलोनी की संख्या को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश भर में भू माफियाओं, खनन माफियाओं की लिस्ट बनाने को कहा है इसके साथ ही उसे लिस्ट मे उनको संरक्षण दे रहे नेताओं और अधिकारियों की डिटेल भी मांगी गई है ।
दरअसल उत्तर प्रदेश के ही गौतम बुध नगर में पुलिस कमिश्नररेट लक्ष्मी सिंह ने स्क्रैप माफिया गैंगस्टर रवि काना को पकड़ने के बाद शहर के 40 ऐसे सफेदपोशो की जानकारी हासिल की थी । जिससे यह पता चला कि इस शहर में गैंगस्टर को पक्ष विपक्ष के तमाम नेता, अधिकारी, वकीलों और पत्रकारों का एक वर्ग संरक्षण दे रहा था और उनसे उसके बदले हर महीने लाखों रुपए की कमाई कर रहा था । गौतम बुध नगर की रिपोर्ट भी मुख्यमंत्री के समक्ष पहुंच चुकी है और जल्द ही शासनादेश के बाद इन लोगों के खिलाफ बड़ा एक्शन होने की संभावना है।

वही आगरा में हुई इस कार्यवाही के बाद गौतम बुध नगर के भूमाफियाओं में हड़कंप मच गया है । लोगो ने यूपीएसआईडीसी और ग्रेनो प्राधिकरण की अधिसूचित जमीनों पर बस रही अवैध कालोनियों पर भी जल्द कायवाही की मांग की है
लखनऊ के सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को मिली हार के बाद कानून व्यवस्था और इस तरीके अवैध कॉलोनाइजरों पर सख्त कार्यवाही करने के मूड में ताकि जनता के बीच में काम हुआ विश्वास फिर से बढ़ाया जा सके।


