लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में भाजपा की हुई हार के पीछे भाजपा संगठन के बिखराव की बड़ी कहानी सामने आई है । लगातार कहा जा रहा है कि नेताओं द्वारा संगठन के कार्यकर्ताओं को जातीय गुट बंदी और क्षेत्रीय राजनीति के चलते इग्नोर किया गया जिसके चलते उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी सिर्फ 33 सीटों पर जीत हासिल कर सकी । आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही गौतम बुध नगर में हुई समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई थी कि 17 बड़े नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद डॉक्टर महेश शर्मा को हराने की कोशिश की थी जिनमें पांच नेताओं के नाम शीर्ष नेतृत्व को भेज दिए गए हैं।
अब इसी क्रम में गौतम बुध नगर में भारतीय जनता पार्टी के बिसरख पूर्व बिसरख मंडल अध्यक्ष रवि भदोरिया ने जिला संगठन पर उपेक्षा का आरोप लगाते सक्रिय सदस्यता से इस्तीफा देकर यह साबित कर दिया है कि संगठन में आंतरिक तौर पर बहुत दबाव है और लोग अब धीरे-धीरे भाजपा से छिटकने लगे हैं। रवि भदोरिया ने आरोप लगाते हुए लिखा कि सोशल मीडिया में लोकप्रियता के चलते या फिर उनके राजपूत होने के कारण गौतम बुध नगर भाजपा कार्यक्रम में उन्हें बुलाने बंद कर दिया गया जिससे आहत होकर अब वह भाजपा की सक्रियता सदस्यता से त्यागपत्र दे रहे हैं।
ऐसे में रवि भदोरिया के अचानक उठाए गए इस बड़े कदम के बाद गौतम बुद्ध नगर भाजपा में हंगामा मच गया है । एनसीआर खबर ने इस बात को लेकर भाजपा संगठन के जिला अध्यक्ष समेत कई लोगों से बातचीत करने की कोशिश की, किंतु जिला अध्यक्ष गजेंद्र मावी का फोन नहीं उठा और कई अन्य नेताओं ने दबे स्वर में इस विद्रोह की लिए भाजपा में हुए संगठनामक उपेक्षा को जिम्मेदार बताया । तो कई ने यह संकेत दिए कि यह तो सिर्फ आरंभ है आने वाले दिनों में कई और त्यागपत्र इस जनपद में लोगों को दिखाई दे सकते हैं।