आशु भटनागर। गौतम बुध नगर लोक सभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के 2 बार के जीते सांसद और तीसरी बार प्रत्याशी बने डॉक्टर महेश शर्मा ने अपनी हैट्रिक पूरी कर यह साबित किया कि इस क्षेत्र में उनसे बड़ा राजनेता कोई नहीं है।
तीसरी जीत के साथ ही डॉक्टर महेश शर्मा ने बीते चुनाव में अपनी ही जीत के रिकॉर्ड को तोड़ दिया तोड़कर पूरे उत्तर प्रदेश में 559472 मतों से जीतने का रिकॉर्ड भी बना दिया । डा शर्मा के निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के महेंद्र सिंह नागर को मात्र ₹298357 वोट मिले तो बहुजन समाज पार्टी से ठाकुर समुदाय के नाम पर ताल ठोक रहे राजेंद्र सिंह सोलंकी को मात्र 251615 वोट ही मिले । ग्रेटर नोएडा में फ्लैट बायर्स की आवाज बनकर खड़े हुए नरेश नौटियाल मात्र 941 वोट ही पा सके ।
उत्तर प्रदेश में चली सपा की आंधी पर डा महेश का कैलाश रहा स्थिर
पूरे भारतवर्ष में भले ही भारतीय जनता पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किया किंतु उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ लोगों ने अपना मतदान किया। उत्तर प्रदेश में दो चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी पहली बार समाजवादी पार्टी के सामने संघर्ष करती नजर आई। उत्तर प्रदेश की 70 सीटों में जहां समाजवादी पार्टी ने 37 सीटों पर विजय प्राप्त की वहीं भारतीय जनता पार्टी महज 33 सीटों पर विजय प्राप्त कर सकी, जबकि कांग्रेस 6 सीटों पर विजय के साथ प्रदेश में पुनर्जीवित हो गयी। किंतु समाजवादी पार्टी की इस आंधी में भी डॉक्टर महेश शर्मा का कैलाश पर्वत स्थिर रहा। यहां ना तो समाजवादी पार्टी की लहर चली और ना ही समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों में इतना दम दिखा कि वह डॉक्टर महेश शर्मा के पुराने जीत के रिकॉर्ड को भी गिरा पाते ।
संगठन नही सिर्फ बस एक नाम डा महेश शर्मा
कहते हैं अक्सर चुनाव संगठन के सहारे लड़े जाते हैं किंतु डॉक्टर महेश शर्मा ने गौतम बुध नगर में इस भ्रम को भी हमेशा किनारे रखा है। शुरू से ही गौतम बुद्ध नगर में भाजपा मतलब डॉक्टर महेश शर्मा कहा जाता रहा है। 2017 के बाद यहां संगठन को भी मजबूत किया गया I चर्चाओं के अनुसार इस बार के चुनावी टिकट घोषणा के बाद डॉक्टर महेश शर्मा ने दोनों जिला अध्यक्षों को यह कह दिया कि अब आप अपने रूटीन काम करिए, चुनाव लड़ने की रणनीति और उसके लिए मेरे लोग पूरी तरीके से तैयार है । ऐसे में जहां संगठन अपनी ओर से सोचता रह गया, वहीं डॉक्टर महेश शर्मा की टीम लगातार उनके कार्यक्रम कहां और कैसे लगाने हैं उसकी रणनीति बनाती रही । जिसका परिणाम डॉक्टर महेश शर्मा की जीत में दिखा और क्षेत्र में संगठन की नाकामियों के समाचार इस जीत के शोर में कहीं छुप गए ।
विरोधियों से मिलकर उनको अपना बनाया, लोगो की नाराजगी को मिटाया
इस चुनाव को डॉ महेश शर्मा के राजनीतिक कौशल और व्यक्तिगत संबंधों को परिभाषित करने के लिए भी जाना जाएगा। चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के अंदर महेश शर्मा को लेकर काफी विवाद था कई लोग टिकट की लाइन में थे ऐसे में लोगों की नाराजगी को लगातार बनाने का प्रयास किया जा रहा था डॉ महेश शर्मा ने इन सब बातों से विचलित हुए बिना सबसे पहले पार्टी के अंदर अपनी पकड़ मजबूत करने शुरू करी, फिर एक-एक करके विरोध में खड़े व्यक्ति को अपने साथ किया।
इस बात का अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि गौतम बुद्ध नगर से पूर्व विधायक और केंद्रीय मंत्री रहे नवाब सिंह नागर भी इस बार टिकट की दौड़ में थे। किंतु दिवाली की रात परिवार सहित अचानक उनके घर पहुंच कर डॉ महेश शर्मा ने न सिर्फ उनके गिले शिकवे को दूर किया बल्कि उनको अपने पक्ष में बैठने का वरदान भी मांग लिया । इसी तरह पर्दे के पीछे से उन्होंने क्षेत्र में भाजपा समेत विपक्ष के कई विरोधियों को साथ लिया और अपनी जीत के लिए इस बार उनके साथ देने की प्रार्थना भी की । राजनीतिक विश्लेषको का कहना है कि डॉक्टर महेश शर्मा अपनी जीत के प्रति तो पहले से ही आश्वस्त थे किंतु वह इस जीत को इस बार बहुत बड़ा बनना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने क्षेत्र में किसी भी प्रकार के विरोध को शांत करने के लिए अपनी राजनीतिक कौशल का भरपूर उपयोग किया। विपक्ष इस बात को समझ नहीं पाया और अंततः डॉक्टर महेश शर्मा 559472 लाख के रिकॉर्ड मतों से जीत कर सफल हुए।
बाहरी नही अब स्थानीय ही है डा महेश शर्मा, जनता ने कहा महेंद्र नागर नही रहते गौतम बुध नगर जिले में
चुनाव परिणाम के बाद यह स्पष्ट हो गया कि डॉक्टर महेश शर्मा की जीत नरेंद्र मोदी की आंधी में मिली जीत नहीं है। इस जीत के लिए डॉ महेश शर्मा का अपना राजनीतिक कद और गौतम बुध नगर के लोगों का उनसे सीधा जुड़ाव बहुत बड़ा फैक्टर है । कदाचित इस चुनाव ने यह भी साबित कर दिया कि चुनाव में लड़ रहे तीनों प्रत्याशियों में डॉक्टर महेश शर्मा ही नोएडा ग्रेटर नोएडा के स्थानीय नागरिक हैं जबकि स्थानीय के नाम पर चुनाव लड़ रहे डॉक्टर महेंद्र नगर इस जिले के निवासी ही नहीं है वह गाजियाबाद में रहकर वहीं प्रैक्टिस करते हैं तो राजेंद्र सिंह सोलंकी बुलंदशहर निवासी माने गए । ऐसे में विपक्ष द्वारा स्थानीय और बाहरी का मुद्दा उन्हें पर भारी पड़ गया लोगों ने उनके प्रत्याशियों से अपनी अभिज्ञता भी जताई और दावा किया की डॉक्टर महेश शर्मा से उनको लाख शिकायत एवं किंतु किसी भी समस्या के दशा में वह उनसे नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल में जाकर प्रतिदिन रात को 9:00 बजे के बाद कभी भी मिल सकते हैं ।
चुनाव के परिणाम के साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाने शुरू कर दी देर शाम जिलाधिकारी ने डॉक्टर महेश शर्मा को उनकी जीत का प्रमाण पत्र दे दिया । यहाँ से उन्होंने गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र से ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व विजय प्राप्त करने पर सेक्टर-19 स्थित सनातन धर्म मंदिर में पहुंचकर ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त किया। जीत के बाद उन्होंने अपने सन्देश में कहा यह जीत गौतमबुद्ध नगर के मेरे प्रिय क्षेत्रवासियों की जीत है। अपना अभूतपूर्व स्नेह और समर्थन देकर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के दूरदर्शी और प्रभावी नेतृत्व में गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र से कमल खिलाने पर मैं प्रिय क्षेत्रवासियों और पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ताओं का अभिनंदन करता हूं। आप सभी से मिले अपार स्नेह, समर्थन और अपनेपन से अभिभूत हूं। हम सब मिलकर सशक्त और विकसित गौतमबुद्ध नगर का निर्माण करेंगे।