गौतम बुद्ध नगर में नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और UPSIDC की अधिसूचित भूमि पर अतिक्रमण कर कई जगह अवैध कालोनी काटी जा रही है । इस जमीन को खाली कराने के लिए नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने क्या किया? इसके लिए अब एनजीटी ने प्राधिकरण से पर्यावरणीय नियमों का अनुपालन कराते हुए रिपोर्ट मांगी है, इसके साथ ही अतिक्रमण कर रहे भू माफियाओ से भी नोटिस देकर जानकारी मागी है। माना जा रहा है इसके बाद इस पूरे प्रकरण में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की भूमिका भी महत्वपूर्ण होने जा रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सूत्रों की माने तो आने वाले दिनों में इन सभी प्रोजेक्ट्स पर बड़ी कार्यवाही हो सकती है।
एनजीटी के चेयरमैन जस्टिस प्रकाश श्रीवास्तव, न्यायिक सदस्य जस्टिस अरुण कुमार त्यागी और विशेषज्ञ सदस्य डॉ. ए सेंथिल वेल के आदेश के अनुसार शिकायतकर्ता ने बिरोंडी एवं गुलिस्तानपुर में कालोनी काट रहे एनालोक्स टाउनप्लानर (Analox town planner Pvt Ltd) के प्रोजेक्ट त्रिलोकपुरम एवं एस्कॉन इंफ्रा रियल्टर (Escon Infra Realtors) के पनाशे विला (Panache Villa) प्रोजेक्ट के नाम से भी एक सोसाइटी बना दी है । यही नहीं एस्कॉन इंफ्रा बिरोंडी में भी एस्कॉन प्राइड विला (Pride Villa) भी बना रहा हैI इन सभी प्रोजेक्ट को लेकर UPSIB के प्रोजेक्ट हेड ने दौरा किया और 4 जुलाई को एनालोक्स टाउनप्लानर और एस्कॉन इंफ्रा को नोटिस देकर जानकारी देने को कहा है ।
एनसीआर खबर के पास दोनों ही कॉलोनाइजर और बिल्डर/डेवलपर को भेजे गए नोटिस की कॉपी उपलब्ध है । इसके साथ ही जानकारी के अनुसार इन प्रोजेक्ट में ना तो किसी भी प्राधिकरण से कोई अप्रूवल है, ना ही रेरा से किसी तरीके का कोई नंबर लिया गया है और ना ही किसी प्राधिकरण से कोई मैप पास किया गया है 2 करोड रुपए की कीमत वाले यह आलीशान विला बेचे जा रहे हैं। जिसके विरुद्ध ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भी अदालत जाने की तैयारी कर रहा है।
और अब इसी कारण अब एनजीटी के आदेश जारी किये गए है । इस मामले में अब सुनवाई एनजीटी 27 सितंबर को करेगा। इससे एक सप्ताह पहले अपनी रिपोर्ट अधिकारियों को देनी होगी।