नौएडा के ग्राम सौहरखा निवासी रवि यादव ने पुलिस द्वारा की गयी विवेचना में लापरवाही की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से की थी। आरोप है कि रवि यादव की पैत्रक भूमि पर अवैध कब्जा करने की पुलिस से शिकायत की गई थी, परन्तु थाना सैक्टर 113 के तत्कालीन एस. एच. ओ. जितेन्द्र कुमार ने मामले में पीड़ित की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि सौहरखा गांव के ही एक नामचीन भूमाफिया के इशारे पर उल्टे पीड़ित व पीड़ित के परिवार के खिलाफ संगीन धाराओं में फर्जी व झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया।
जानकारी होने पर पीड़ित के द्वारा तत्काल अपना पक्ष उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया और बार-बार लिखित रूप में एस आई पंकज कुमार को बताया गया था कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। प्रार्थी कथित घटना के समय अपने निवास सैक्टर-112 पर था जिसके प्रमाण के लिए प्रार्थी के घर के सामने की सीसीटीवी फुटेज की प्रति भी संलग्न की थी परन्तु एस आई पंकज कुमार के द्वारा इस संदर्भ में कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी और पीड़ित व पीड़ित के परिवार को झूठे मुकदमें में आरोपित कर दिया।
अब पीड़ित की शिकायत पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लेते हुए इस मामले को गंभीरता से लिया है। आयोग ने माना कि पीड़ित की शिकायत को पुलिस कमिश्नरेट के संबंधित अधिकारी को उचित कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जाना चाहिए। आयोग ने इस मामले में पुलिस कमिश्नरेट के संबंधित अधिकारी को निर्देश भी दिया कि वह शिकायतकर्ता/पीड़ित को जांच में शामिल करते हुए 8 सप्ताह के भीतर उचित कार्रवाई करें और मामले में की गई कार्रवाई से पीड़ित को अवगत कराएं।
रवि यादव ने एनसीआर खबर से दावा किया कि उपरोक्त दोनों सरकारी कर्मचारियों ने अपने पद का दुरपयोग कर, अपने कार्यकाल में कई लोगों के खिलाफ ऐसे फर्जी मुकदमे लगाते हुए सरकारी भूमि पर भूमाफियाओं का अवैध कब्जा कराया गया है। उन पीड़ित लोगों से संम्पर्क करके साक्ष्य एकत्रित कर जल्दी ही पुलिस महानिदेशक लखनऊ व पुलिस कमिश्नर के समक्ष प्रेषित करेंगे।