आशु भटनागर I नोएडा गौतम बुध नगर के ग्रेटर नोएडा वेस्ट को एक उभरता हुआ शहर मानकर यहां निवास करने वालों की समस्याओं का कोई अंत नहीं है । उस पर अगर कानून व्यवस्था भी सही ना हो पाए तो आदमी कहां जाए। 2 लाख से ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र में लगातार ऐसी घटनाएं होती रहती है जिससे यहां के निवासियों की सुरक्षा पर को लेकर पुलिस कमिश्नरेट पर प्रश्न लगते हैं ।
बुधवार को ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित स्टेलर जीवन सोसाइटी में रहने वाले रक्षा मंत्रालय की सेवानिवृत अधिकारी हरीकिशोर की सोसाइटी के सामने बनी ग्रीन बेल्ट में टहलते समय हत्या कर दी गई । 68 वर्षीय हरीकिशोर प्रिंसिपल कंट्रोलर आफ डिफेंस अकाउंट से वरिष्ठ लेखाकार के पद से रिटायर हुए थे बुधवार करीब 12:30 बजे ग्रीन बेल्ट की बेंच पर उनका शव मिला उनके सिर के पिछले हिस्से में से खून बह रहा था जिससे यह आशंका जताई गई कि उन्हें गोली मार दी है। यद्यपि कल रात तक डीसीपी रही सुनीति ने इस मामले में गोली की जगह सर में चोट लगने से मृत्यु होने का बयान देते हुए कहा कि गोली या धारदार हथियार से हत्या की जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्पष्ट होगी।
जानकारी के अनुसार पुलिस ने 6 टीम में गठित कर मामले की जांच शुरू कर दी है। देर रात बिसरख थानाध्यक्ष अरविन्द कुमार की जगह मनोज कुमार सिंह और डीसीपी सेंट्रल नोएडा सुनीति को पदमुक्त करते हुए उनके स्थान पर शक्ति मोहन अवस्थी को नियुक्त किया गया है I एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार आगरा के थाना एतमादपुर स्थित बरहन रोड निवासी हरीकिशोर वर्ष 2021 से ग्रहण अगस्त के चैनल जीवन सोसाइटी में अपने बेटे बहू के साथ रहते थे बेटा प्रवीण सेंट्रल बैंक में नौकरी करता है।
पुलिस की जांच का एंगल इस मामले में सबसे पहले संपत्ति विवाद को लेकर है जबकि लोगों के अनुसार यह इस क्षेत्र में बढ़ते क्राइम और उसमें पुलिस के इंवॉल्वमेंट का मुद्दा है ग्रेटर नोएडा वेस्ट में अपराधों की बड़ी लंबी लिस्ट है 5 साल पहले हिंडौन के पुल के पास गौर सिटी गौरव चंदेल की हत्या के बाद भी ऐसे ही टाल मटोल की गई थी । इससे पहले चेरी काउंटी में दो बुजुर्ग पति-पत्नी की हत्या उनके ही एक नौकर द्वारा कर दी गई थी।
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के निवासियों का कहना है कि इस क्षेत्र में बढ़ती आबादी के बावजूद यहां पर एक ही थाने से काम चलाया जा रहा है जिसके कारण यहां कानून व्यवस्था हमेशा खतरे में रहती है यहां आने वाले कई एसएचओ पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा चुके हैं बुधवार देर रात ही कैप चालक से वसूली के मामले में संरक्षण देने के चलते एसएचओ को सस्पेंड भी किया गया है लोगों के आरोप है की ग्रेनो वेस्ट के पूरे क्षेत्र में लगातार यह मांग की जाती रही है कि यहां पर कम से कम तीन थाने होने चाहिए ताकि पुलिस कानून व्यवस्था को मजबूत किया जा सके किंतु यहां अंग्रेजों के जमाने में से बने बिसरख खाने से ही कार्य किया जा रहा है। सोसाइटी निवासियों ने थाने और पुलिस चौकी के लोगों पर सोसाइटी निवासियों को ही प्रताड़ित करने के आप भी कई बार लगाए हैं । बीते दिनों बिल्डर के इशारे पर हवेलिया वैलेंसिया सोसाइटी के निवासियों एसएचओ पर बिल्डर का साथ देने के आरोप लगाये थे
ग्रेनो वेस्ट में पुलिस की कार्यशैली पर नाराज होते हुए फ्लैट बायर्स संस्था नेफोवा के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिसरख के पूर्व एसएचओ अरविंद कुमार के कार्यकाल में लगभग 40 एनकाउंटर हुए लेकिन फिर भी स्ट्रीट क्राइम कम होने के बजाय बढ़ता गया जाने क्यों रात भर खुले रहने वाले ढाबे शाम को सड़क पर लगने वाले रेस्टोरेंट, नारियल पानी की अवैध दुकान है इत्यादि अप्रत्याशित रूप से बड़े शिकायतों के बाद भी कभी कोई कार्यवाही नहीं हुई कार्यवाही की उम्मीद करें भी तो कैसे अवैध दुकानों को संरक्षण तो सभी जांच अधिकारियों ने दिया।
वही जागो बायर्स जागो के संस्थापक और पूर्व सांसद प्रत्याशी नरेश नौटियाल ने भी पुलिस की कार्यवाही को लेकर अपना अनुभव लिखते हुए कहा कि उनके साथ भी पुलिस ने बीते वर्ष आरोपियों के कहने पर उल्टी FIR लिख दी थी जबकि आरोपियों ने उनके साथ मारपीट की उसके रिपोर्ट के लिए जब वह चौकी गए तो उन्हें वहां से भगा दिया गया ।
ऐसे में बड़ा प्रश्न अब यह है कि क्या सिर्फ शो और डीसीपी सेंट्रल को हटाने के बाद ग्रेटर नोएडा वेस्ट को लेकर पुलिस की कार्यशैली और कानून व्यवस्था में कोई बदलाव आएगा। क्या ग्रेटर नोएडा वेस्ट के में दो से तीन थानों की जरूरत को लेकर निवासियों द्वारा की गई मांग पर भी कोई कार्यवाही की जाएगी या फिर यहां के निवासी ऐसे ही किसी की हत्या होने पर सोशल मीडिया पर अपना गुस्सा जाहिर करते रहेंगे।
ये गुस्सा इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि गौतम बुध नगर के पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के कार्य प्रणाली को लेकर जिले में किसी को भी कोई शिकायत नहीं है जानकारों का कहना है कि बीते डेढ़ साल के अपने कार्यकाल में लक्ष्मी सिंह ने अपराधियों की चुनौतियों को सफलता से समाप्त किया है रवि काना प्रकरण से लेकर ड्रग्स माफिया को नष्ट करने में उनका बड़ा योगदान है । किंतु स्ट्रीट क्राइम को लेकर ग्रेनो वेस्ट जैसे क्षेत्र में निचले अधिकारियों की कार्य प्रणाली को अभी तक दुरुस्त करने में उनको और सख्त कार्यवाही करने के आवश्यकता है । ग्रेटर नोएडा में ही कैब चालक से वसूली प्रकरण में सो और डीसीपी सेंट्रल नोएडा में जिस तरीके से उनसे जानकारियां छुपाए रखी उसको लेकर उन्हें सिस्टम के अंदर सुधार की आवश्यकता पर ध्यान देने की बेहद जरूरत है ।
पूर्व बिसरख मंडल अध्यक्ष और अब माँ सीता रसोई से लोगो को भोजन करा रहे समाजसेवी रवि भदोरिया का कहना है कि ग्रेनो वेस्ट जैसे शहरी क्षेत्र में जहां आबादी क्षेत्र का क्षेत्रफल जमीन की जगह हवा में ज्यादा है वहां पर 5000 से ज्यादा परिवार वाली सोसाइटियों के बाहर ही पुलिस चौकियो की स्थापना की सख्त जरूरत है इसके साथ ही यहां पर अवैध स्ट्रीट वेंडर्स से वसूली के जो आरोप पुलिस पर लग रहे हैं उनको लेकर भी कार्यवाही करें जाने की आवश्यकता है । पुलिस का व्यवहार शहर के निवासियों के साथ अपराधियों जैसा ना हो इसके लिए विशेष सुधार अभियान भी चलाया जाना चाहिए ।