आशु भटनागर । सोशल मीडिया पर इन दिनों नोएडा में पीड़ित महिलाओं के कई वीडियो वायरल हुई जिनमें महिलाओं ने अपने ऊपर हो रहे छेड़छाड़ को लेकर आरोप लगाए। पहले वीडियो सेक्टर 49 की एक लड़की का वायरल हुआ जिसमें उसने बारिश होने नहाते हुए वीडियो बनाने के दौरान एक व्यक्ति द्वारा छेड़ने के आरोप लगाए । शुरू में इंस्टाग्राम पर डाले गए इस वीडियो को लड़की का प्रोपेगेंडा समझ गया क्योंकि लड़की ने आरोप लगाने के इस वीडियो को भी ऐसे कपड़ों में बनाया था जिनको देखकर कोई विश्वास नहीं कर रहा था किंतु वीडियो वायरल हुआ तो नोएडा पुलिस को कार्यवाही करनी पड़ी और इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया जिसको कथित तोर पर पूर्व में भाजपा नेता भी बताया गया । भाजपा से नाम जोड़ने ही भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज गुप्ता ने आनंन फानंन में ही उसके भाजपा में न होने की घोषणा कर दी ।
इसके बाद नोएडा के ही गार्डन गैलरिया मॉल से एक अन्य महिला वीडियो वायरल हुआ जिसको वहां मौजूद एक महिला अंजू यादव पत्नी सलमान अली ने लगभग रोते हुए यह कहा कि वह अपने पति और देवर के साथ वहां आई थी, जहां पर कुछ लोगो ने उससे उसका रेट पूछा, वीडियो में महिला ने एक आरोपी के सहयोगी लड़की द्वारा अपने पिता और मामा को डीएसपी होने की बात भी कही। मामला सोशल मीडिया पर आते ही एक बार फिर से जबरदस्त वायरल हुआ इस बार मामला पुलिस अधिकारी के बेटे से जुड़ा था वही इस पूरे प्रकरण पर अयोध्या रेप कांड से बैक फूट पर आए उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव भी नहीं रुके और उन्होंने भी इस मामले को लेकर भाजपा की योगी सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर तमाम आरोप लगा दिए ओर लिखा कि ये है नोयडा की एक बहू की पुकार। उप्र में बहन, बेटी, बहू कोई भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि थाने, शासन-प्रशासन द्वारा दिये गये ‘आर्थिक लक्ष्यों’ की पूर्ति में लगे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के लिए, इससे शर्मनाक बात और क्या हो सकती है कि प्रदेश की एक नारी सिसकी भरभर कर अपने मान-सम्मान की रक्षा हेतु वीडियो के द्वारा गुहार लगा रही है। भाजपा भ्रष्ट-व्यवस्था का पर्याय बन गयी है।
अखिलेश यादव के मामले पर ट्वीट करते ही मामला हाई प्रोफाइल हो गया पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुला लिया किंतु उसके बाद युवती का एक और वीडियो वायरल हुआ जिसमें उसने बताया की थाने में उन दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है और उसने लगाए आरोपों को वापस ले लिया है इसके साथ ही उसने एक और बात कही जिस पर प्रश्न खड़ा होता है महिला ने कहा कि उसे दिन वायरल वीडियो में जो उसने कहा वह किसी के बढ़ावे चढ़ावे में कह दिया ।
इस पूरे प्रकरण में यही से कहानी में पेंच शुरू होता है अगर दोनों पक्षों में समझौता हुआ तो महिला के इस दूसरे वीडियो को वायरल करने की क्या जरूरत थी ? क्या यह वीडियो पुलिस के द्वारा वायरल किया कराया गया ? क्या समझौते के लिए पीड़ित महिला और उसके परिवार पर कोई दबाव बनाया गया क्योंकि आरोपी पक्ष को पहले वायरल वीडियो में किसी डीएसपी का बेटा बताया गया । क्या यह मामला सिर्फ एक हाई प्रोफाइल पुलिस अधिकारी के बच्चों से जुड़ा होने के कारण दबा दिया गया या फिर मामले में पुलिस ने हो रही अपनी किरकिरी को बचाने के लिए बाकायदा दूसरा वीडियो अपने हिसाब से बनवाया ।
बहराल दूसरा वीडियो आने के बाद यह तो स्पष्ट हो गया कि दोनों पक्षों में समझौता हो गया है । एनसीआर खबर को मिली जानकारी के अनुसार दोनों पक्ष गौर सिटी के ही रहने वाले हैं । समझौते के बाद एक प्रश्न यह भी है कि अगर पीड़ित पक्ष का भी कोई हाई प्रोफाइल कनेक्शन होता तो क्या यह मामला इसी तरीके से रंग लेता या फिर कहानी फिर कुछ और होती ?
पुलिस के समझौते करवाने अलग एक सामाजिक प्रश्न यह भी है कि क्या शराब पीने के लिए पब में जाने वाले लोग अब महिला को देखकर इतने फिसल जाते हैं कि वही उसको पैसे से खरीद लेने की सोचने लगते हैं और उससे भी आगे बढ़कर उसका रेट पूछने लगते हैं अगर यह प्रवृत्ति आज किसी पुलिस अधिकारी के रिश्तेदार में है तो कल को यह समाज के अन्य हिस्सों में भी आएगी और अगर समाज इस स्तर पर गिरता गया तो आने वाले दिनों में आपकी हमारी सब की बहू बेटियों के रेट कौन-कौन कहां लगा सकता है इसकी कल्पना भयावह है । पुलिस ने भी समझौता करा कर घाव को ढक तो दिया, किंतु समाज में पैसे और पावर के बलबूते लड़कियों और महिलाओं को खरीद लेने के लिए प्रवृत्ति आने वाले दिनों में क्या रंग दिखाएगी यह कौन सोच सकता है ?
Update @7.06 PM, 8 Aug 2024 : समाचार के प्रकाशित होने के बाद नोएडा पुलिस से जानकारी आ रही है कि मामले में दोनों पक्षों की तहरीर प्राप्त हो गई है करियर के आधार पर सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। एक पक्ष के नाम अंजू यादव पत्नी सलमान अली, सलमान अली पुत्र शरीक अली, हम्माज पुत्र सय्यद खुर्शीद हैं एवं दूसरे पक्ष के नाम अंकिता सिंह पुत्री विभूति सिंह,अनूप शुक्ला पुत्र अनिल शुक्ला, केशव पुत्र तेजपाल शर्मा हैं। दोनों पक्षों की तरफ से दो-दो लोगों सलमान एवं हम्माज़ तथा केशव और अनूप को गिरफ्तार किया गया है। आवश्यक विधिक कार्यवाही प्रचलित है।