राजेश बैरागी । क्या ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण किसी ऐसे बिल्डर को प्रचार के लिए अपने गोलचक्कर को सौंप सकता है जो प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में अवैध रूप से फ्लैट बनाकर बेच रहा हो और उसके विरुद्ध अदालत में मुकदमे भी लड़ रहा हो? ग्रेटर नोएडा वेस्ट का खैरपुर गोलचक्कर तो यही गवाही दे रहा है।
ग्रेटर नोएडा और यूपीसीडा के अधिसूचित क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध रूप से फ्लैट और डूप्लेक्स भवन बनाकर बेच रहे एस्कॉन इंफ्रा रियल्टर्स के साइन बोर्ड अब ग्रेटर नोएडा वेस्ट के खैरपुर गोलचक्कर की शोभा बढ़ा रहे हैं। एस्कॉन इंफ्रा रियल्टर्स ग्रेटर नोएडा और यूपीसीडा प्राधिकरण क्षेत्र में कम से कम तीन स्थानों पर अवैध रूप से फ्लैट आदि बनाकर बेच रहा है।
गांव बिरौंडी में लगभग सात हजार वर्गमीटर भूमि पर बिना नक्शा, बिना रेरा पंजीकरण के बहुमंजिला फ्लैट बनाने के मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण एस्कॉन इंफ्रा रियल्टर्स के विरुद्ध जिला न्यायालय गौतमबुद्धनगर में मुकदमे लड़ रहा है। इसके बावजूद खैरपुर गोलचक्कर पर इस बिल्डर के कम से कम आधा दर्जन साइन बोर्ड लगे हैं। यह प्राधिकरण और अवैध बिल्डर की आंख-मिचौली है या हम जौली, प्राधिकरण क्षेत्र में इसको लेकर चर्चाएं खूब हो रही हैं।