हिंदी टीवी चैनलों में परिचर्चाओं के मध्य राजनीतिक दलों के प्रवक्ताओं द्वारा मर्यादा लांघ कर अपना असली चरित्र दिखा देना आम बात हो गई है । बीते दिनों एक निजी चैनल की बहस में आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और यूट्यूबर पत्रकार आशुतोष अपने आपे से बाहर हो गए थे तो अब एक अन्य चैनल पर समाजवादी पार्टी में तथा कथित तौर पर शालीन माने जाने वाले प्रवक्ता राजकुमार भाटी अपनी हताशा और बौखलाहट में वो सारी मर्यादाएं लांघ गए जो एक सभ्य आदमी से की जाती है ।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राजकुमार भाटी ने मर्यादा जानते हुए न सिर्फ भाजपा प्रवक्ता डॉक्टर अजय आलोक से तू तड़ाक से बात करी बल्कि उनको तमाचे भी लगेंगे जैसे शब्दों का प्रयोग किया । हालांकि इस सब के बाबजूद डा अजय आलोक को शालीनता से अपना जबाब रखते रहने के बाद राजकुमार भाटी को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने अपने अभद्र व्यवहार के लिए डिबेट में ही माफी मांगी ।
लोगों ने इसके बाद कहा कि राजकुमार भाटी को फिर से विपश्यना की जरूरत है उत्तर प्रदेश में 37 सीटे जीतने के बावजूद हरियाणा में कांग्रेस द्वारा बिल्कुल भाव न दिए जाने के कारण उनकी पार्टी में हताशा है उसका परिणाम राजकुमार भाटी के व्यवहार में दिखने लगा है।
जानकारी के अनुसार उस दिन परिचर्चा में राजकुमार भाटी शुरू से ही उखड़े हुए थे। एंकर ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर चर्चा आयोजित की थी। दरअसल मल्लिकार्जुन खड़गे ने नरेंद्र मोदी सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि जब तक वह उनको हटा नहीं लेते तब तक वह जिंदा रहेंगे ।
परिचर्चा शुरू होते ही राजकुमार भाटी ने एंकर को ही आड़े हाथों ले लिया और कटाक्ष करते हर कहा कि आपका धन्यवाद कि अपने अखिलेश यादव की तारीफ की अन्यथा अन्य एंकर तो हमें ही लपेटते हैं । इसके बाद राजकुमार भाटी अपने चिरपरिचित अंदाज में भाजपा की कमियां निकालने लगे पलटवार में भाजपा प्रवक्ता डॉ अजय आलोक ने एंकर से कहा कि अभी आप सुन रहे थे राजकुमार भाटी साहब की बात । मुझे राजकुमार भाटी से ऐसी उम्मीद नहीं थी यह भी नफरती चिंटू निकले । वह ऐसी जहर बुझी बात कहते है । इनके आइकन राम मंदिर पर कहते है कि राम इनके आइकन नही है ।
इसके बाद राजकुमार भाटी भड़क गए उन्होंने अपना आपा खो दिया और बदतमीज की हद जानते हुए डॉक्टर अजय आलोक को तू तडाक से संबोधित किया और कहा कि नगरती चिंटू किसको बोल रहा है तू, राजकुमार भाटी यही नहीं रुके बोले तू हमेशा बदतमीजी करता है डिबेट में, तुझे कोई संस्कार नहीं है । डा अजय ने इस पर बेहद शालीनता से उत्तर देते हुए कहा कि में नही आप हमेशा बोलते है मैंने तो राम मंदिर पर आपके ही वाक्य को आपको सुनाया है तो क्यों मिर्ची लग गई है । इस पर राजकुमार भाटी मर्यादा लांघते हुए बोले मिर्ची ही नही तमाचे भी लगेंगे ।
राजकुमार भाटी का यह रूप देखकर कोई मानने को तैयार नहीं था कि यह वही राजकुमार भाटी है जो अक्सर परिचर्चाओं में लोगों को शालीन रहने की हिदायत देते नजर आते हैं लोगों ने कहा कि राजकुमार भाटी ने आज अजय आलोक पर अपना गुस्सा ही नहीं उतरा दरअसल इस गुस्से ने राजकुमार भाटी के व्यक्तित्व का वह चढ़ा आवरण उतार दिया है जिसमें राजकुमार भाटी का असली चेहरा नजर आ गया ।
वही इस पर चर्चा के बाद समाजवादी पार्टी के नेताओं और प्रवक्ताओं ने एनसीआर खबर से बातचीत में बताया दरअसल राजकुमार भाटी जमीनी नेता नही है, आज तक अपने क्षेत्र से चुनाव भी नही जीत पाए है । वो समाजवादी पार्टी के 75 प्रवक्ताओं में से एक हैं । दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में होने के कारण राष्ट्रीय टीवी चैनल पर उनको कुछ ज्यादा ही एक्स्पोज़र मिल गया है। ऐसे में लगातार दिन-रात डिबेट में बैठे होने से एक न एक दिन तो यह होना ही था । उन्हें परिचर्चा में बुलाने वाले कई राष्ट्रीय चैनलों को यह भी नहीं पता होता है कि समाजवादी पार्टी में राष्ट्रीय प्रवक्ता नाम का कोई पद ही नहीं होता है ।