राजेश बैरागी । ग्रेटर नोएडा फेज टू का शुभारंभ सादोपुर व बादलपुर की लगभग ढाई सौ हेक्टेयर भूमि पर औद्योगिक इकाइयों की स्थापना से किया जाएगा। प्राधिकरण ने इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके साथ ही फेज दो अधिसूचित क्षेत्र में महत्वपूर्ण परियोजनाओं के फर्जी नाम से बसाई जा रही अवैध कॉलोनियों को भी शीघ्र ही ध्वस्त किया जाएगा।
न्यू नोएडा को बसाने की खबरों के बीच ग्रेटर नोएडा के फेज टू को विकसित करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं।इसकी शुरुआत औद्योगिक सेक्टरों के विकास से की जाएगी। प्राधिकरण इसके लिए पहले से अधिग्रहित सादोपुर तथा बादलपुर गांवों की भूमि पर औद्योगिक सेक्टरों का विकास करेगा।इन दोनों गांवों में प्राधिकरण ने 2008 में भूमि अधिग्रहण किया था जिसमें से लगभग दो सौ तीस हेक्टेयर भूमि वर्तमान में उपलब्ध है।
प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी ने एक विशेष मुलाकात में बताया कि बेहतर ढांचागत सुविधाओं तथा दिल्ली समेत समूचे एनसीआर से अच्छी कनेक्टिविटी के चलते तीनों प्राधिकरण क्षेत्रों में सभी प्रकार की संपत्तियों की भारी मांग है। खासतौर पर यहां औद्योगिक इकाइयां लगाने के इच्छुक उद्यमियों की तादाद भी बहुत है। ग्रेटर नोएडा फेज दो में ऐसे उद्यमियों को उद्योग लगाने का अवसर मिलेगा। इससे क्षेत्र में निवेश आएगा तथा लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। शासन से औद्योगिक भूखंडों को आवंटित करने की नीति तय होने के साथ ही ग्रेटर नोएडा फेज दो के लिए औद्योगिक भूखंडों की योजना लाई जाएगी।
उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा फेज दो के सादोपुर व बादलपुर गांवों की अधिग्रहित भूमि पर औद्योगिक सेक्टरों के विकास के लिए ले आउट प्लान तैयार किया जा रहा है।दोनों गांव जीटी रोड पर स्थित होने तथा ईस्टर्न पेरिफेरल के निकट होने से यहां औद्योगिक सेक्टरों के विकास के लिए अनुकूल परिस्थितियां मौजूद हैं।
एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा फेज दो अधिसूचित क्षेत्र में प्राधिकरण की महत्वपूर्ण योजनाओं के नाम पर अवैध कॉलोनी बना रहे भूमाफियाओं के विरुद्ध शीघ्र ही कड़ी कार्रवाई की जाएगी।ऐसी अवैध कॉलोनियों को पूरी तरह ध्वस्त किया जाएगा।