उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर जोर शोर से आरंभ हुए भारत शिक्षा एक्सपो 2024 के पहले ही दिन मंथन से अमृत की जगह विष निकल आया । इस विश्व से जहां एक और शिक्षण संस्थाओं का दर्द उच्च शिक्षा मंत्री ने बताया, वही उस दर्द के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की लाल फीता शाही को भी जिम्मेदार बता दिया ।
उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने अपने उद्घाटन भाषण में शहर की शिक्षा संबंधी समस्याओं और उत्तर प्रदेश सरकार के विजन की चर्चा की । शिक्षा एक्सपो में तीन दिन तक होने वाले मंथन के अमृत की बात करते-करते अचानक शिक्षण संस्थान के साथ हुए एक घटना का हवाला देते हुए कहा कि शिक्षण संस्थान ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से जमीन खरीदी और उसको भुगतान भी कर दिया किंतु वह इसलिए स्वीकृति नहीं दे पा रहे हैं क्योंकि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने किस या उसे ग्राम सभा को भुगतान नहीं किया है जिससे भू राजस्व रिकॉर्ड में किस का नाम चढ़ा हुआ है । यधपि बाद में मीडिया से बातचीत में उन्होंने समस्या के सुलझाने की बात कर लीपापोती की कोशिश भी की ।
इससे पहले उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा, “गौतमबुद्ध नगर आज एक ऐसा शिक्षा केंद्र बन गया है, जहाँ आधुनिक और प्राचीन शिक्षा का संगम देखने को मिलता है। यह क्षेत्र अब शिक्षा के क्षेत्र में नालंदा और तक्षशिला जैसे प्रतिष्ठित स्थानों की याद दिलाता है, जहाँ दुनिया भर के छात्र शिक्षा ग्रहण करने के लिए आते थे। भारत शिक्षा एक्सपो-2024, नई शिक्षा नीति (NEP) के उद्देश्यों को वास्तविकता में बदलने का एक महत्वपूर्ण मंच है, जो समग्र और बहु-विषयी शिक्षा की अवधारणा को प्रदर्शित करता है।” योगेंद्र उपाध्याय ने इस मौके पर ‘उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति 2024’ का भी शुभारंभ किया, जो उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार और पूर्व यूजीसी चेयरमैन धीरेंद्र पाल सिंह ने इस भव्य शिक्षा एक्सपो की सराहना की और कहा कि अब उत्तर प्रदेश शिक्षा के मामले में एक अग्रणी राज्य बन गया है और जल्द ही सर्वश्रेष्ठ बनने की ओर है। यह राज्य एक “युवा प्रदेश” के रूप में लगातार आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि पहले विदेशी संस्थान उत्तर प्रदेश में निवेश करने से हिचकते थे, लेकिन अब यहाँ निवेश का माहौल बदला है, हमारे दूरदर्शी मुख्यमंत्री के गतिशील नेतृत्व में विशेषकर शिक्षा विभाग में विभिन्न सकारात्मक बदलावों को देखा जा सकता है।
अपने संबोधन में ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण की एसीईओ प्रेरणा सिंह ने कहा कि यह एक्सपो परंपरागत शिक्षा के अतिरिक्त, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के अधिक विकल्पों की तलाश करने का मौका है। ग्रेटर नोएडा अब शिक्षा के क्षेत्र में एक आधुनिक केंद्र बनता जा रहा है, जहाँ छात्रों के लिए हर प्रकार के शैक्षिक विकल्प मौजूद हैं।
भविष्य की समस्याओं का समाधान लेकर आए छात्र, स्टार्टअप्स में जबरदस्त प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) द्वारा समर्थित, यह तीन दिवसीय आयोजन (11-13 नवम्बर) भारत में शिक्षा क्षेत्र के भविष्य के बारे में जानने के लिए एक सशक्त मंच है। भारत शिक्षा एक्सपो-2024 में आए छात्र अपने साथ भविष्य की समस्याओं का समाधान भी लेकर आए हैं।
बच्चों को खेल खेल में तकनीक और नवाचार से अवगत कराने के लिए पांच मिनट में ड्रोन एसेंबल करने उसे उड़ना सिखाना बेहद रोमांचकारी है। इससे वह ड्रोन की जटिलताओं को बेहद आसानी से खेल खेल में सीख जाएंगे।
स्टार्टअप्स के प्रदर्शन के दौरान छात्रों ने दिखाया कि कैसे वे पर्यावरणीय मुद्दों से लेकर तकनीकी और स्वास्थ्य समस्याओं तक, विभिन्न सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने का सामर्थ्य रखते हैं। इसमें एक साइलेंसर में लगा सेंसर और उससे प्रदूषण लेवल की मॉनीटरिंग करना भी शामिल है। छात्रों ने अपनी यह मॉडल तैयार किए हैं। इनके पेटेंट के लिए भी आवेदन किया है।
इस एक्सपो में उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार धीरेंद्र पाल सिंह, नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के परियोजना निदेशक रोहित गुप्ता, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अतिरिक्त सीईओ प्रेरणा सिंह और इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट लिमिटेड के चेयरमैन डॉ. राकेश कुमार मौजूद रहे।