राजेश बैरागी । गंगा यमुना के संगम तट पर सदियों से प्रत्येक छः वर्ष में आयोजित होने वाले अर्ध कुंभ और 12 बरस में पूर्ण कुंभ के मेले में प्राचीन भारत की छवि के अनुसार अजीबोगरीब शक्ल सूरत वाले बाबाओं,नागा साधुओं और लोक कलाओं को देश-दुनिया से देखने आने वाले तीर्थयात्री और पर्यटकों को यदि उत्तर प्रदेश की विकास गाथाओं को देखने का मौका मिले तो कैसा लगेगा? उत्तर प्रदेश सरकार आगामी 15 जनवरी से प्रयागराज में शुरू होने जा रहे कुंभ मेले में ऐसी ही विकास यात्राओं को दुनियाभर के कुंभ यात्रियों के समक्ष प्रस्तुत करने जा रही है।
इस बार का कुंभ मेला कई मायनों में विशेष होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार इतने बड़े आयोजन में अपने प्रबंधन कौशल से तो चकित करने ही वाली है, कुंभ मेले की सदियों पुरानी पारंपरिक छवि के इतर राज्य में चल रही महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं से भी देश दुनिया के आगंतुकों को परिचित कराने जा रही है। मेले में सरकार के विभिन्न विभागों और विकास प्राधिकरणों को अपनी विशेष विकास परियोजनाओं को प्रदर्शित करने के निर्देश दिए गए हैं।
उदाहरण के तौर पर यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण(यीडा) क्षेत्र में चल रही और भविष्य की राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय महत्व की परियोजनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। इनमें नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और बोनी कपूर तथा भूटानी ग्रुप की कंपनी बेव्यू द्वारा विकसित की जाने वाली अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी को प्रमुखता से प्रदर्शित और प्रचारित किया जाएगा। कुंभ मेला विकास प्राधिकरण द्वारा यीडा को प्रदर्शनी स्थल के लिए 1800 वर्गमीटर (100*200 वर्ग फुट)भूमि आवंटित किए जाने का पत्र जारी कर दिया गया है। यह भूमि मेला क्षेत्र के सेक्टर 23 में आवंटित की गई है। प्रदर्शनी स्थल पर यीडा क्षेत्र में विकसित हो रही अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाओं को भी मॉडल तथा पोस्टरों के माध्यम से दिखाया जाएगा।
यीडा के विशेष कार्याधिकारी शैलेन्द्र भाटिया ने बताया कि कुंभ मेले में देश-दुनिया के समक्ष अपनी महत्वपूर्ण परियोजनाओं को प्रदर्शित करने के लिए यीडा बहुत उत्साहित है।इसी प्रकार नोएडा, ग्रेटर नोएडा,यूपीडा, बुंदेलखंड विकास प्राधिकरण, पीडब्ल्यूडी आदि विभागों, मंत्रालयों और प्राधिकरणों को प्रदर्शनी स्थल आवंटित किए जा रहे हैं। स्वयं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस मेले को लेकर विशेष रुचि ले रहे हैं जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेले की व्यवस्थाओं पर सीधे नजर रखे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि 2019 में संगम तट पर आयोजित कुंभ मेले में स्वच्छता, यातायात व्यवस्था, आगंतुकों की सुविधा सुरक्षा तथा हर स्तर पर उत्कृष्ट प्रबंधन कर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने एक मिसाल कायम की थी। इस बार सरकार प्रबंधन क्षमताओं को और बेहतर कर इसके व्यवसायिक उपयोग पर भी विशेष ध्यान दे रही है। दुनियाभर से आने वाले तीर्थयात्री और पर्यटकों के लिए साधुओं सपेरों के साथ ऊंची उड़ान भरने वाली परियोजनाओं को देखना अद्भुत होगा।