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नोएडा : घने कोहरे और कड़कड़ाती ठंड में अधिकारी मस्त, सुरक्षा कर्मी सुस्त, चोरों ने चर्चित वेदवन पार्क से साफ किये फाउन्टेन के समान

आशु भटनागर I नोएडा प्राधिकरण पर लापरवाही और भ्रष्टाचार को लेकर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पड़ी के बाबजूद नोएडा प्राधिकरण की कार्यशैली में कोई बड़ा सुधार नहीं दिख रहा है I नए सीईओ डा लोकेश एम् के आने के बाद माना गया था कि नोएडा प्राधिकरण में अधिकारियों की कार्यशैली में बदलाव आएगा I किन्तु नोएडा में ज़मीनों पर अतिक्रमण, सडको पर अवैध विज्ञापनों और अब पार्कों को लेकर सुरक्षा की चर्चा अब महत्वपूर्ण हो गई है । नोएडा में लगातार पार्कों में सुरक्षा व्यवस्था में कमी को लेकर होने वाले व्यवस्थाओं चोरी और आग लगने जैसी घटनाओं पर बढ़ते समाचारों के बाद यह प्रश्न बड़ा होता जा रहा है। अमिताभ पार्क में मज़ार बन जाने, मेघदूतम पार्क में रात के अंधेरे में पाम के पेड़ों में लगी आग का मसला अभी सूलझा भी नहीं था कि अब सेक्टर 78 में पूर्व सीईओ ऋतू माहेश्वरी के कार्यकाल में पूर्ण हुए एक मात्र प्रोजेक्ट वेदवन पार्क (Ved Van Park) से लेजर फाउंटेन में लगा सामान चोरी होने का समाचार आ गया है ।

जानकारी के अनुसार इस पूरे प्रकरण में नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों के कहने पर वेदवन पार्क को बनाने वाले और उसकी मेंटेन करने वाले ठेकेदार ने पुलिस से पार्क में लगे फाउंटेन के सामान की चोरी की शिकायत दी है । खबर लिखे जाने तक FIR दर्ज कर ली गई है । शिकायत के अनुसार 14 जनवरी की रात को वेदवन पार्क में अज्ञात चोरों में फाउंटेन के करीब 110 नोजिल चोरी कर लिए जिसकी कीमत लगभग 10 लाख रुपए है । नोएडा पुलिस के अनुसार मामले की जांच की जा रही है । पुलिस ने शिकायत के लिए वहां तैनात पांच गार्ड को पूछताछ के लिए बुला लिया है ।

पार्कों की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन, 10 एकड़ से ज्यादा की भूमि पर बने पार्कों में चार से पांच सुरक्षाकर्मी ही तैनात क्यों ? 

वेदवन पार्क में चोरी की घटना के बाद एक बार फिर से पार्कों की सुरक्षा बाउंड्री और सुरक्षा में लगे गार्डन की व्यवस्था पर प्रश्न उठने शुरू हो गए हैं । एनसीआर खबर ने इस पूरे प्रकरण में जब छानबीन की तो यह पाया गया कि पार्कों में सुरक्षा के लिए गार्ड्स की संख्या का आकलन सही नहीं किया जा रहा है । इसके साथ ही वेदवन पार्क को बनाने वाली टीम ने पार्क की बाउंड्रीज बेहद कम ऊंचाई की बनाई गई है और पर्याप्त मात्र में CCTV तक मौजूद नहीं हैं, और जो हैं वो ख़राब पड़े हुए हैं I महत्वपूर्ण प्रश्न यही है कि नोएडा में 10 से 27 एकड़ तक की भूमि में बने मेघदूतम, डी पार्क, अमिताभ पार्क और वेदवन पार्क जैसे पार्कों की सुरक्षा वयवस्था को रिव्यू करने का काम नोएडा प्राधिकरण क्यों नहीं कर रहा है ।

नोएडा प्राधिकरण से 5 सवाल
1) सीसीटीवी(CCTV ) कैमरे ख़राब होने पर उनको ठीक करने की ज़िम्मेदारी किसकी है ?
2) सामान चोरी होने की रिपोर्ट प्राधिकरण की जगह ठेकेदार द्वारा ही क्यूँ कराई गयी ?
3) सुरक्षा वयवस्था देख रहे प्राधिकरण के विभाग की ज़िम्मेदारी कौन तय करेगा ?
4) 10 लाख से जयादा का सामान चोरी होने का खर्च ठेकेदार और प्राधिकरण में कौन वहन करेगा ?
5) पार्को की सुरक्षा पर प्राधिकरण कब अपनी ज़िम्मेदारी समझेगा ?

अक्सर पार्कों में देखरेख की जिम्मेदारी के लिए हॉर्टिकल्चर इलेक्ट्रिक विभाग एक दूसरे के ऊपर जिम्मेदारियां का पल्ला झाड़ने नजर आते हैं। सुरक्षा को लेकर रिस्पांसिबिलिटी लेने के समय सभी लोग गार्ड पर इसकी जिम्मेदारी छोड़कर एक तरफ हो जाते हैं किंतु इतने बड़े क्षेत्रफल में बनाए गए पार्कों में महज दो और पांच गार्ड गेट पर नियुक्त कर देने से उनकी सुरक्षा कैसे तय की जा सकती है, इस प्रश्न का उत्तर नोएडा प्राधिकरण में कोई देने को तैयार नहीं है ।

जानिए क्या है, कैसा है वेद वन पार्क ?

वेद वन पार्क की वेबसाइट के अनुसार ये पार्क भारत का पहला वैदिक थीम पार्क है, जो नोएडा सेक्टर 78 में स्थित है। इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फरवरी 2023 में किया था। यह पार्क 100 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है और इसे 27 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है।

इस पार्क में 50,000 से ज़्यादा पौधे और पेड़ हैं, जिनमें बरगद, नीम, कल्पवृक्ष और नारियल शामिल हैं, जिनका उल्लेख वैदिक साहित्य में मिलता है। पार्क को सात ज़ोन में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक का नाम एक प्रसिद्ध वैदिक ऋषि के नाम पर रखा गया है: कश्यप, अगस्त्य, विश्वामित्र, वशिष्ठ, अत्रि, गौतम और भारद्वाज।

वेद वन पार्क की कुछ मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:

  • सात क्षेत्र:  प्रत्येक क्षेत्र एक अलग वैदिक ऋषि को समर्पित है और इसमें एक मंदिर, पुस्तकालय, मूर्तिकला उद्यान और अन्य आकर्षण हैं।
  • लेजर एवं ध्वनि शो:  यह मनमोहक शो वेदों की कहानी को अत्यंत सुंदर तरीके से बताता है।
  • मूर्तियां और दीवार चित्रकारी:  ये कलाकृतियाँ वेदों और अन्य हिंदू ग्रंथों के दृश्यों को दर्शाती हैं।
  • वैदिक साहित्य पुस्तकालय:  इस पुस्तकालय में वेदों से संबंधित पुस्तकों, पांडुलिपियों और अन्य सामग्रियों का संग्रह है।
  • योग और ध्यान केंद्र:  यह केंद्र योग और ध्यान पर कक्षाएं और कार्यशालाएं प्रदान करता है।
  • फूड कोर्ट:  यह फूड कोर्ट शाकाहारी और वीगन विकल्पों सहित विभिन्न प्रकार के भोजन विकल्प प्रदान करता है।
  • बच्चों का खेल क्षेत्र:  यह खेल क्षेत्र बच्चों के दौड़ने और खेलने के लिए एक शानदार जगह है।
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आशु भटनागर

आशु भटनागर बीते 15 वर्षो से राजनतिक विश्लेषक के तोर पर सक्रिय हैं साथ ही दिल्ली एनसीआर की स्थानीय राजनीति को कवर करते रहे है I वर्तमान मे एनसीआर खबर के संपादक है I उनको आप एनसीआर खबर के prime time पर भी चर्चा मे सुन सकते है I Twitter : https://twitter.com/ashubhatnaagar हम आपके भरोसे ही स्वतंत्र ओर निर्भीक ओर दबाबमुक्त पत्रकारिता करते है I इसको जारी रखने के लिए हमे आपका सहयोग ज़रूरी है I एनसीआर खबर पर समाचार और विज्ञापन के लिए हमे संपर्क करे । हमारे लेख/समाचार ऐसे ही सीधे आपके व्हाट्सएप पर प्राप्त करने के लिए वार्षिक मूल्य(501) हमे 9654531723 पर PayTM/ GogglePay /PhonePe या फिर UPI : ashu.319@oksbi के जरिये देकर उसकी डिटेल हमे व्हाट्सएप अवश्य करे

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