उत्तर प्रदेश में इन दिनों गुंडे माफिया की खैर नहीं है वह भले ही भाजपा में भी शामिल हो जाए। ऐसा एक वाकया उत्तर प्रदेश के एक कमिश्नरेट में भाजपा युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष के साथ हुआ है जहां उसे गैंगस्टर एक्ट में पुलिस ने जेल भेज दिया है । अपने नेता की गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा के नेताओं ने प्रदर्शन तक कर लिया किंतु पुलिस दबाव में नहीं आई और उनके नेता को जेल भेज दिया ।
पूरा मामला जिला गाजियाबाद के भाजपा युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष अनुज कसाना का है । गाजियाबाद जिले की खोड़ा कालोनी में सक्रिय BJP के नेता अनुज कसाना को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत जेल भेज दिया है। अनुज कसाना की गिरफ्तारी के विरोध में भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाफ धरना-प्रदर्शन भी किया। किंतु इससे गाजियाबाद पुलिस को कोई फर्क नहीं पड़ा और उसने अनुज को जेल भेज दिया ।
नोएडा महानगर में भाजपा जिलाध्यक्ष के तौर पर आपकी पहली पसंद कौन है ?
— NCRKHABAR (@NCRKHABAR) January 3, 2025
इस पोल में 2 पार्ट है, पहले पार्ट में 4 नाम है नीचे दूसरे पार्ट में 4 नाम हैं। अपना वोट अपनी पसंद के नेता को दे सकते है ।#NCRKhabar #PeopleVoice #BJPNoidaMahanagar @BJP4NoidaMN
पांच घंटे से अधिक समय तक विरोध प्रदर्शन करते हुए बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उनके नेता को गलत तरीके से निशाना बनाया जा रहा है. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि खोड़ा मंडल अध्यक्ष अनुज कसाना की गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित है I
वहीं, इस पूरे मामले में एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र सिंह ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई कानून के मुताबिक थी। अनुज कसाना की गिरफ़्तारी खोड़ा पुलिस स्टेशन में उनके और उनके भाई अमित कसाना के खिलाफ़ दर्ज दो पिछले आपराधिक मामलों के चलते हुई है। इन मामलों में गोलीबारी और जबरन वसूली के आरोप शामिल हैं। जिसमें विधिक कार्यवाही की जा रही है।
आपको बता दें कि कल सुबह 11 से शाम चार बजे तक पुलिस कार्रवाई के विरोध में बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता थाने के बाहर दरी बिछाकर हंगामा-प्रदर्शन करते रहे। चार बजे जब सदर से बीजेपी विधायक ने पुलिस अफसरों से बातचीत की तब जाकर मामला शांत हुआ। विधायक ने प्रदर्शनकारियों से कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी. विधायक से आश्वासन मिलने के बाद प्रदर्शनकारी थाने से चले गए।