गौतम बुध नगर भाजपा जिलाध्यक्ष चुनाव में नामांकन पर विवाद के बादल मंडरा रहे है । जानकारी के अनुसार जिले के कार्यकर्ताओं के बीच जिला चुनाव अधिकारी विजय शिवहरे पर सांसद डॉ महेश शर्मा के समर्थित प्रत्याशी के लिए नियम तोड़ने की चर्चा खूब हो रही है । कार्यकर्ताओं में कहा जा रहा है कि चुनाव अधिकारी ने डॉ महेश शर्मा के साथ रहने वाले व्यक्ति के लिए उम्र के नियम को तोड़कर नामांकन करवा लिया गया । और यह सब इसलिए किया गया है ताकि गौतम बुध नगर सांसद डॉ महेश शर्मा के प्रत्याशी को वर्तमान और पूर्व अध्यक्ष के अलावा गए तीन नाम में शामिल किया जा सके । कार्यकर्ताओं ने जिला चुनाव अधिकारी पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक व्यक्ति के लिए उम्र की सीमा तोड़ने वाले चुनाव अधिकारी से शीर्ष नेतृत्व को कम से कम यह प्रश्न जरूर पूछना चाहिए कि आखिर उनकी ऐसी क्या मजबूरी थी जिसके चलते उन्होंने संगठन के लिखित नियमों को ही तोड़ दिया यही नहीं कुछ लोगों ने यह आरोप भी लगाया है कि नामांकन के दिन नियमों को कार्यालय के पटल पर नहीं लगाया गया

कई ब्राह्मण नेताओं ने तो यह आरोप तक लगा दिए हैं कि डॉक्टर महेश शर्मा ब्राह्मण कार्यकर्ताओं के हितैषी नहीं बल्कि उनके लिए सबसे बड़े विरोधी साबित हो रहे है I वो अपने साथ वाले व्यक्ति को जिला अध्यक्ष बनाने की जिद के लिए उनके चुनावों में जी जान से लगने वाले ब्राह्मण कार्यकर्ताओं की मेहनत तक नहीं देख रहें है । कार्यकर्ताओं का दर्द है कि इन्हीं अभिषेक शर्मा को डॉक्टर महेश शर्मा ने पिछले चुनाव के समय भी अपना समर्थन दिया था और उसके बावजूद वह अध्यक्ष नहीं बन पाये थे ।
जिले से आ रही सूचना के अनुसार जिला चुनाव अधिकारी विजय शिवहरे पर कार्यकर्ताओं ने जिला अध्यक्ष के चुनाव के लिए बनाए गए नियमों को तोड़ने के गंभीर आरोप लगाए है । लोगों का कहना है कि जिला अध्यक्ष के लिए आयु सीमा 45 वर्ष से 60 वर्ष के बीच में तय की गई है । इसके साथ ही आवेदन करने वाले व्यक्ति को दो बार का सक्रिय सदस्य होना भी अनिवार्य है । जिले से जिन पांच नाम के प्रदेश में जाने की चर्चा हो रही है उन में वर्तमान जिला अध्यक्ष गजेंद्र मावी के अलावा वर्तमान महामंत्री योगेश चौधरी और अभिषेक शर्मा के नाम प्रमुख तौर पर सामने आ रहे हैं और सारा विवाद अभिषेक शर्मा के नाम पर ही हो रहा है । जहां एक और जिले के ब्राह्मण नेताओं ने डॉ महेश शर्मा पर ब्राह्मण नेताओं को की राजनीति को बर्बाद करने के आरोप लगा दिए हैं वहीं अन्य नेताओं ने अभिषेक शर्मा की उम्र 41 वर्ष होने के बावजूद नामांकन को प्रथम पांच नाम में रखने पर चुनाव अधिकारी पर ही नियम तोड़ने का आरोप लगाया है ।
आपको बता दें जिन लोगों ने 29 लोगों ने जिला अध्यक्ष के लिए अपने नाम भरे हैं उनमें वर्तमान अध्यक्ष गजेंद्र मावी के अलावा चारों महामंत्री धर्मेंद्र कोरी, मनोज गर्ग, दीपक भारद्वाज, योगेश चौधरी, उपाध्यक्ष देवा भाटी, राहुल सेवानंद शर्मा शामिल है इनके अलावा अभिषेक शर्मा, महेश शर्मा, प्रवीण सेन, सुशील शर्मा, संतराम भाटी, रिंकू भाटी, अशोक भाटी, धर्मेंद्र भाटी, सुनील खारी समेत दर्जनों नाम शामिल है ।
जिले के ब्राह्मण कार्यकर्ताओं की माने तो ब्राह्मण समाज से दीपक भारद्वाज, सेवानंद शर्मा, राहुल पंडित, सुशील शर्मा ऐसे कार्यकर्ता हैं जिन्होंने लगातार संगठन में बरसो काम किया है, आरोप है कि अभिषेक शर्मा सांसद डॉक्टर महेश शर्मा के लिए तो काम करते हुए दिखते हैं किंतु संगठन में उन्होंने कभी कोई काम नहीं किया है और ना ही उन पर कोई दायित्व रहा है। लोगों के आरोप हैं डॉक्टर महेश शर्मा अभिषेक शर्मा के लिए अन्य ब्राह्मण नेताओं को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं ।
वहीं कुछ ब्राह्मण नेताओं ने वर्तमान एमएलसी श्री चंद शर्मा पर भी ब्राह्मण नेताओं की मदद न करने के आरोप लगाए हैं दावा किया जा रहा है कहां जा रहा है कि श्रीचंद शर्मा भी किसी अन्य ब्राह्मण को अब जिला अध्यक्ष नहीं बनने देना चाहते हैं जिससे उनका नाम अंतिम ब्राह्मण जिलाध्यक्ष अध्यक्ष के तौर पर बना रहे । इसीलिए वह भी किसी अन्य ब्राह्मण नेता की सिफारिश करते हुए दिखाई नहीं दे रहे हैं । इस सब से जिले की राजनीति में जहां ब्राह्मण राजनीति में गुटबाजी स्पस्ट दिखाई दे रही है ।
इस पूरे प्रकरण दूसरे पक्ष ने कहा कि अभिषेक के खिलाफ संगठन में साजिश की जा रही है । जैसे सभी कार्यकर्ता डॉक्टर महेश शर्मा के लिए कार्य करते हैं उसी तरीके से अभिषेक भी डॉक्टर महेश शर्मा के लिए लगातार कार्य करते रहे है ।
ऐसे में जिला चुनाव अधिकारी विजय शिवहरे पर नियम तोड़कर नामांकन करने के बाद शीर्ष नेतृत्व क्या निर्णय लेगा इसको लेकर तमाम प्रयास लगाए जा रहे हैं ।