2025 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद क्या भारतीय जनता पार्टी का मुख्यमंत्री दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा बनवाए गए शीश महल में रहेगा या फिर वह अपना निवास कहीं और बनाएगा इसको लेकर अब चर्चाएं तेज होती जारही हैं ।
भारत जनता पार्टी ने स्पष्ट संकेत दे दिए हैं कि मुख्यमंत्री जो भी बने वह अरविंद केजरीवाल के द्वारा बनवाए गए शीश महल में नहीं रहेगा इसकी जगह भारतीय जनता पार्टी शीश महल को म्यूजियम बना कर रख सकती है जिससे लगातार दिल्ली के लोगों को यह बताया जा सके कि किस तरीके से आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोगों के भरोसे को तोड़कर अपने लिए शीश महल बनवा दिया ।
मीडिया से बातचीत में अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली सीट से हराने वाले प्रवेश वर्मा ने कहा कि कि वैसे महल में तो दुबई का कोई शेख ही रह सकता है, कोई मुख्यमंत्री तो नहीं रह सकता. मुख्यमंत्री के लिए इतने बड़े महल की जरूरत होती नहीं है ।उन्होंने कहा कि मैं अपनी पार्टी से कहूंगा कि जो मुख्यमंत्री बने वो शीश महल में न जाए । उसको दर्शनीय स्थल के रूप में बनाया जाए. हालांकि, उसका इस्तेमाल कैसे किया जाएगा, उसे स्टेट गेस्ट हाउस बनाया जाएगा या फिर कुछ और… अभी नहीं कह सकता । आपको बता दें कि दिल्ली में अभी तक अधिकृत तौर पर कोई भी मुख्यमंत्री आवास नहीं है ।
आरोप है कि पूर्व मुख्यमंत्री साल 2023 में अरविंद केजरीवाल के आवास पर करोड़ों रुपये खर्च कर इसे खूबसूरत बनाया गया । इसके बाद एक चैनल की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि इस आवास पर कितना खर्च हुआ है और घर में क्या-क्या सुविधाएं हैं । यहीं से बीजेपी ने इसे शीशमहल का नाम दे दिया और अरविंद केजरीवाल को जमकर घेरा गया. इसके अलावा कांग्रेस नेताओं ने भी इस मुद्दे को जमकर उछाला ।
ये आवास दिल्ली के सिविल लाइन्स इलाके में मौजूद है । आरोप था कि इस पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं और पूरे घर को लग्जरी होटल की तरह बनाया गया है । दिल्ली चुनाव में बीजेपी की तरफ से एक वीडियो लगातार वायरल किया गया, जिसमें दावा किया जा रहा था कि ये शीशमहल यानी दिल्ली सीएम आवास का वीडियो है ।