आशु भटनागर । किसी को गलत काम करने से रोकने के लिए कहा जाता है भगवान से डरो, किंतु ऐसा लगता है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के कर्मचारी और मैनेजरो को भगवान से डर लगना बंद हो गया है । ताजा प्रकरण मां सरस्वती पूजा के बाद मां सरस्वती मूर्तियों के विसर्जन के लिए ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बने चेरी काउंटी तालाब में सफाई और पानी भरने का है ।
सीईओ रवि एन जी साहब, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के जिस अधिकारी ने पानी भरने के वीडियो को जिस कर्मचारी ने जारी किया है उस तालाब को देखकर यह महसूस किया जा सकता है कि स्वर और ज्ञान की देवी मां सरस्वती की प्रतिमा के विसर्जन के लिए प्राधिकरण के अधिकारी किस हद तक लापरवाह है । तालाब की स्थिति में स्थित गंदगी और उसमें ही बिना साफ किया भरे जा रहे पानी पर आंखें बंद कर हम किस तरीके से हम अपने ही भगवानों का न सिर्फ अपमान कर रहे हैं बल्कि उन्हें गंदे पानी में लोगों को विसर्जित करने को कहकर पाप के भागीदार भी बना रहे हैं।
किंतु भ्रष्टाचार की आड़ में आंखें बंद कर चुके इन कर्मचारियों को संभवतः भगवान का डर खत्म हो गया है इसलिए नैतिकता और कार्य के प्रति समर्पण जैसी बातें बेमानी है।
रवि एनजी जी सुनिए : भगवान से डरो वाली बात ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों को नहीं है शायद! मां सरस्वती के प्रतिमा विसर्जन के लिए तालाब की सफाई किए बिना पानी भरने वालों पर कार्यवाही कब? https://t.co/0nb2DApTqX #NCRKhabar @OfficialGNIDA pic.twitter.com/UrgKCkxMuY
— NCRKHABAR (@NCRKHABAR) February 3, 2025
प्रश्न यह भी है कि आखिर प्राधिकरण द्वारा बनाए गए इन तालाबों को संचालित कर रही संस्था जलाधिकार फाउंडेशन (Jaladhikar Foundation)ने तालाब की साफ सफाई से लेकर मेंटेनेंस को लेकर क्या काम किया है इसकी जिम्मेदारी प्राधिकरण कब चेक करेगा?
एनसीआर खबर ने क्षेत्र में तालाबों की बादल स्थिति और उसके नाम पर डोनेशन लेने वाली संस्थाओं पर पहले भी समाचार प्रकाशित किया है किंतु कोई हल नहीं निकला है । प्राधिकरण के सूत्रों की माने तो इस तालाब की बदहाली से आंख मूंदे बैठा प्राधिकरण रोजा याकूबपुर में 10 एकड़ में एक अन्य संस्था को तालाब देने की तैयारी और कर बैठा है । ऐसे में प्रश्न एक फिर से वही आ जाता है कि जब अधिकारी भगवान से डरना बंद कर देंगे उनकी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए साफ तालाब और साफ पानी तक उपलब्ध कराने की कोशिश नहीं करेंगे तो इस ग्रेनो वेस्ट क्षेत्र के सेक्टर 1 में खराब पानी से पांच पांच सोसाइटियों में बीमार हो रहे लोगों के लिए सोचने की अपेक्षा करना ही बेमानी है ।