बीते वर्ष सितंबर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अप्रैल में उद्घाटन को लेकर जनवरी में किए जा रहे दावों की का सच आखिरकार बाहर आ ही गया है । लखनऊ में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सोमवार को हुई मैराथन मीटिंग के बाद यह सच बाहर निकाल कर आया कि मई से पहले एयरोडम के लाइसेंस नहीं मिल पाएगा और बिना लाइसेंस के एयरपोर्ट का उद्घाटन का दिन तय नहीं किया जा सकता ।

वहीं मीटिंग के बाद यह भी जानकारी दी गई की प्रारंभ में एयरपोर्ट के संचालन में घरेलू फ्लाइट ही उड़ाई जाएगी एयरपोर्ट का निर्माण कर रही यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट या एप्पल ने मंगलवार को इसके बारे में सूचना जारी करके बताया कि अब मई में एरोड्रम लाइसेंस मिलने की आशा की जा रही है।

दिसंबर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहली फ्लाइट की लैंडिंग के बावजूद एनसीआर खबर ने टर्मिनल बिल्डिंग की तैयारी को देखकर दावा किया था कि अप्रैल में इसका शुरू होना संभव ही नहीं है । दरअसल इसका निर्माण कर रही कंपनियां जिस तरीके से इस पूरे प्रोजेक्ट को छुपा रही थी उसे तमाम प्रश्न खड़े हो रहे थे । यही नहीं एयरपोर्ट से बाहर किसी भी प्रकार की सुविधा न होने का प्रश्न भी इसके लिए महत्वपूर्ण था । फिर भी लगातार यमुना प्राधिकरण निहाल और यायाल द्वारा यह दावे किए जाते रहे कि अप्रैल से यहां पर संचालन शुरू कर दिया जाएगा। इस पूरे प्रोजेक्ट में यमुना प्राधिकरण, नियाल और यायल के अधिकारियों की लीपापोती को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर डीजीसीए ने एरोड्रम का लाइसेंस दे दिया होता तो बिना तैयारी के ही इसको अप्रैल में शुरू कर दिया जाता है ।
आपको बता दें कि बीते दिनों डीजीसीए की टीम ने एयरपोर्ट का पहुंचकर तैयारी की समीक्षा की थी जिसके बाद यह पता चला की टर्मिनल बिल्डिंग पूरी तरह से तैयार नहीं है। ऐसे में इंटरनेशनल फ्लाइट टर्मिनल बिल्डिंग पूरी होने के बाद ही तैयार शुरू की जा सकती है इस मीटिंग के बाद भी एयरपोर्ट के संचालन की संभावित तिथि 30 अप्रैल तक मानी जा रही थी किंतु अब मुख्यमंत्री के साथ हुई मीटिंग के बाद यह तय हो गया है कि यह संभवतः मई के अंत या फिर जून के मध्य में ही शुरू हो पाएगा। किंतु पूर्णतया फंक्शनळ होने में इसे अभी 1 वर्ष और भी लग जाएगा।