आशु भटनागर I सुबह सुबह हमारी आंख भी ठीक से नहीं खुली थी कि नारद जी अवतरित हो गए। ऐसे में स्वयं पत्रकारों के भगवान सामने आ गए तो हमने पूछा प्रभु आज सुबह सुबह हम पर इतनी कृपा कैसे ?
नारद जी बोले नोएडा मीडिया क्लब में हलचल मची हुई है, पत्रकारों के भूमाफियाओं, स्क्रैप माफियाओं ओर अपराधियों से संबंध सामने आ रहे है, जिले में पत्रकारिता पर ग्रहण लग गया है और तुम यहां आराम कर रहे हो ।
हमने आंख मलते हुए तुरंत अपना टूटा हुआ लैपटॉप और 5 साल पुराना मोबाइल ऑन किया और कहा, नहीं प्रभु हम आराम नहीं कर रहे है बल्कि सीमित संसाधनों भी हम काम कर रहे हैं, आप किसी और के पाप के लिए आप हमें क्यों गरिया रहे है ।
हमारे दयनीय हालात देख कर नारद जी ने शांत होते हुए दुखी स्वर में कहा कि देखो शहर में क्या हो रहा हैI मीडिया क्लब के अध्यक्ष ने पत्रकारिता और मीडिया क्लब दोनों का क्या हाल कर दिया है । बीते एक माह से पुलिस हर हफ्ते उसके कुछ नए अपराधों का खुलासा कर दे रही है। गैंगस्टर, समाजसेवियों के बाद अब तो RTI एक्तिविष्ट भी उसके गैंग में शामिल नजर आ रहे है I ऐसे प्रतीत होने लगा है कि इस शहर के सभी लोग उसके साथ शामिल हो गए थे जिनको समाज को दिशा देनी थी वो उसके साथ अपराध में शामिल होकर पाप कमा रहे थे I
हमने तुरंत नारद जी के दुख को हल्का करने के लिए ज्योतिष का सहारा लेते हुए कहा प्रभु 2025 अंक 9 का वर्ष है ऐसे में मंगल और मां काली की कृपा से इस वर्ष तमाम ऐसे लोग जो गलत करते आए होंगे उनका पराभव सुनिश्चित है । अब देखिए ना दिल्ली में अरविंद केजरीवाल भी सत्ता से बाहर हो गया । नारद जी इन बातों से भ्रमित नहीं हुए हमको फिर मीडिया क्लब और पत्रकारिता पर ले आए बोले इस पर बात करो ।
हमने फिर कहा प्रभु समुद्र मंथन के बाद अमृत पान के समय देवताओं के बीच एक राक्षस भी देवता का रूप बदलकर बैठ गया था और अमृत पान कर लिया था लक्ष्मीपति विष्णु ने तत्काल उस राक्षस को पहचान कर उसको दो भागों में विभक्त भी कर दिया था । अब वो राहु केतु बन कर समय समय पर खेल बिगाड़ देता है तो क्या उससे सारे देवता शर्मसार महसूस करते हैं?
ऐसे ही पत्रकारों के बीच कई बार ऐसे अपराधी मानसिकता के लोग भी आ जाते हैं जो अपने कृत्यों से तत्कालीन समय में जरूर पत्रकारों के लिए समस्या खड़ी कर देते हैं । स्वयं लक्ष्मी सिंह यहाँ भी उनका परिणाम तय कर चुकी हैं । ऐसे ही मीडिया क्लब के अध्यक्ष ने अगर सही में इस तरीके के सारे कार्य किए हैं तो निश्चित तौर पर उसका परिणाम कुछ हद तक पा चुके हैं और आगे की सजा का निर्धारण न्यायालय करेगा और अगर उनके साथ नेता, गैंगस्टर, समाजसेवी और RTI एक्तिविष्ट शामिल हैं तो सबके नाम एक एक करके सामने आयेंगे ।
किसी पत्रकार, मीडिया क्लब अध्यक्ष के व्यक्तिगत कृत्यों का पत्रकारिता की शुचिता से कोई संबंध नहीं है। हम तो आज भी जिले में अच्छे पत्रकारों को पत्रकारिता करते हुए देख रहे हैं । जल्द ही मीडिया क्लब के चुनाव होंगे और फिर कोई नया क्रांतिकारी इसकी बांगडोर संभालेगा ।
अब तक नाराज नारद जी थोड़े शांत दिखाई देने लगे, उन्होंने फिर एक तीर हमारी तरफ फेंका बोले तुम लेख(आर्टिकल) को चुराने वाले पत्रकारों पर कुछ क्यों नहीं करते । टूडे (आज) ऐसे पत्रकारों की रफ्तार को भी कम करने की आवश्यकता है ।
हम फिर मुस्कुराए हमने कहा प्रभु हम आपका इशारा समझ गए हैं लेकिन संयोग देखिए ना दोनों आपके दोनों आरोपित पत्रकारों के पोर्टल के पीछे टुडे लगा है । एक जेल में है और दुसरा लगातार अपनी हरकतों के कारण पुलिस से और नेताओं से माफ़ी मांगता रहता है । तो ऐसे माफीवीर के लिए हमें क्या करना है जो करेंगी स्वयं लक्ष्मी सिंह करेंगी I वैसे आपके दूसरे साहित्यिक चोर पत्रकार की रफ्तार भी गौतम बुद्ध नगर पुलिस पहले ही कम कर चुकी है, उसके अलावा चोरी किए समाचारों के कारण कई पत्रकारों ने उसे सार्वजानिक तोर पर तिरस्कृत भी किया है, कई ने लीगल नोटिस भी भेजा है और उसने सार्वजनिक माफी भी मांगी है ।
जिनको लेखन का ककहरा नहीं पता वह दूसरे पत्रकारों के लेख चोरी करके कुछ क्षणों तक राहु और केतु की तरह ग्रहण लगा सकते हैं किंतु हमेशा सूर्य की रोशनी को रोक नहीं सकते है ।
कदाचित अधिवक्ता होने के बावजूद वह दो ब्राह्मण नेताओं के संरक्षण में इस तरह के कृत्यों को अंजाम दे रहा है और खोजी पत्रकारों के आर्टिकल्स और उनकी मेहनत को चुरा कर अपने यहां AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से लिख दे रहा है । भारत में अभी बौद्धिक संपदा अधिकार (इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स) पर अवेयरनेस कम है इसी का फायदा ऐसे लोग उठा रहे हैं ।
पहले एक नेता के संरक्षण में बढ़े अध्यक्ष पत्रकार की पोल खुली है जल्दी इस दूसरे नेता के संरक्षण में बढ़ रहे इस पत्रकार की साहित्यिक चोरी की पत्रकारिता का सच भी लोगों को दिखेगा । इसके लिए आप और हमको दुखी होने की आवश्यकता नहीं है ।
इसलिए प्रभु होली आ रही है आप भी श्री हरि विष्णु से यही कहिए कि इस होली में पत्रकारों के ऊपर जो दोष लगे हैं या जो पत्रकार किसी तरीके से पत्रकारिता की जगह गलत कार्यों में फिसल गए हैं उनको सदबुद्धि दें और हमको होली के विज्ञापन इकट्ठा करने जाने के लिए अनुमति दें, क्योंकि एनसीआर खबर के लिए हमारे पास विज्ञापन के अलावा कोई और कमाई का साधन नहीं है । बिना संसाधनों के इस महंगे शहर में पत्रकारिता तो छोडिये जीवन यापन भी कठिन है I
पाठको और व्यवसाईयों से भी हम अनुरोध ही करेंगे कि अगर वह चाहते हैं कि पत्रकारिता की शुचिता ऐसे ही बने रहे तो अपने सहयोग को पत्रकारों के साथ जरूर दें ताकि पत्रकार बिना किसी दबाव के आपके लिए सही पत्रकारिता कर सकें।
हमारी बात सुनकर नारद जी मुस्कुराए और अंतर्ध्यान हो गए ओर हम भी उनके जाने के बाद चैन की सांस लेकर होली के विज्ञापनों के लिए काम पर निकलने की तैयारी करने लगे । आप भी अगर एनसीआर खबर के साथ अपना विज्ञापन देना चाहते है तो हमें 9654531723 पर संपर्क या सहयोग अवश्य करें I