उत्तर प्रदेश के गौतम बुध नगर में भीषण गर्मी शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से पारा 40 डिग्री पर चला जाएगा। प्रशासन और प्राधिकरण इस गर्मी को रोकने के लिए क्या प्लान बना रहा है इसकी जानकारी मीडिया में नहीं आ रही है किंतु क्या गर्मी में प्रशासन और प्राधिकरण कुछ कर सकते हैं । सर्दी में रैन बसेरा बसने वाले प्रशासन और प्राधिकरण से आम नागरिकों की क्या अपेक्षाएं है ।
बढ़ती गर्मी में सबसे अधिक समस्या दोपहिया, तिपहिया और पैदल चल रहे लोगों को होती है । कार में बैठे लोग तो ऐसी चला कर राहत पा जाए है । चौराहों पर रेड लाइट होने पर वाहन चालकों को 50 सेकंड से लेकर 180 सेकंड तक रुकना पड़ता है। ऐसे में गर्मी में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। ऐसे में अगर इन चौराहो के ऊपर ट्रैफिक के आने वाली दिशा पर ग्रीन नेट की व्यवस्था नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण करें तो अगले कुछ माह तक आम लोग हीट वेव और गर्मी के प्रकोप से थोड़ी राहत पा सकेंगे ।
आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के ही आगरा, राजस्थान के जयपुर में जैसे शहरों में भी इस प्रकार प्रमुख चौराहों पर नेट लगवाई जा चुकी है। उन्हीं शहरों से आइडिया लेकर यहां भी यह प्रयोग शुरू किया जा सकता है।
इसके साथ ही नागरिकों के लिए हर चौराहे पर ठंडे पानी की व्यवस्था भी अगर प्राधिकरण करें तो लोगों को हीट स्ट्रोक और गर्मी के प्रकोप से बचाया जा सकता है । हमारी संस्कृति में आरंभ से ही गर्मियों में प्याऊ की व्यवस्था होती रही है ऐसे में गौतम बुद्ध नगर के बढ़ते शहरीकरण के कारण और आधुनिकता की दौड़ में अगर यह सब बातें लोगों से छूट रहे हैं तो प्राधिकरणों को एक बार फिर से इन पर कार्य करने की आवश्यकता है ।
प्रशासन और प्राधिकरण इसके लिए शहर में बड़े-बड़े प्रोजेक्ट बना रहे बिल्डरों स्कूलों और अस्पतालों से उनके पास के चौराहों के लिए उनके सीएसआर के जरिए इन कार्यों को करवा सकता है ।