पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा 28 भारतीयों के हत्या के बाद बदले माहौल ओर भारत पाकिस्तान के बीच युद्ध की संभावनाओं के बीच यीडा में आ रही दो बड़ी योजनाओं में विलंब होने की संभावना बढ़ती दिख रही है । इनमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बहूप्रतीक्षित फिल्म सिटी का शिलान्यास और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का होने वाला उद्घाटन बताया जा रहा है ।
पहलगाम हमले में 28 लोगों हत्या के बाद यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने पहले ही 24 अप्रैल को होने वाले इसके 24 में स्थापना दिवस के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए थे ।
प्राधिकरण के सूत्रों के अनुसार 1000 एकड़ में बनने वाली फिल्म सिटी के प्रथम फेज के शिलान्यास के लिए मई माह के मध्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाए जाने की योजनाएं बनाई जा रही थी । इसके लिए पीएमओ में बात भी की गई थी। यमुना प्राधिकरण में माना जा रहा था कि 15 से 18 में के बीच में प्रधानमंत्री स्वयं मुख्यमंत्री के साथ मिलकर यहां फिल्म सिटी के शिलान्यास करेंगे । किंतु कश्मीर के पहलगांव में हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बदले संबंधों और युद्ध की संभावनाओं के बीच अब इसमें देरी होना निश्चित होता प्रतीत हो रहा है । ऐसे में नोएडा में एक बार फिर से चर्चा शुरू हो गई हैं कि क्या इस बहाने से फिल्म सिटी के शिलान्यास और निर्माण का कार्य कुछ महीनो के लिए टल जाएगा एनसीआर खबर ने पूरे प्रकरण को लेकर फिल्म सिटी के प्रथम चरण के विकासकर्ता बेव्यू (BayView) के पार्टनर भूटानी ग्रुप (Bhutani Group) से बातचीत करने की कोशिश की । किंतु इसको लेकर कोई संपर्क नहीं हो सका ।
आपको बता दें कि फिल्म सिटी (Noida Film City) के प्रथम चरण का निर्माण कुल 230 एकड़ क्षेत्र में होना तय है। जिसमें 135 एकड़ क्षेत्र में फिल्मिंग फैसिलिटी विकसित की जाएंगी। 21 एकड़ क्षेत्र में फिल्म इंस्टीट्यूट बनेगा. कुल 156 एकड़ में फिल्मिंग कंपोनेंट्स को विकसित किया जाएगा. 75 एकड़ में कॉमर्शियल कंपोनेंट्स स्थापित होंगे। इनमें सर्विस एकमोडेशन 57 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-डॉर्मिटरीज 2.37 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी-अपस्केल 5.15 एकड़ में, हॉस्पिटैलिटी अपर अपस्केल में 3.60 एकड़ में, एफएंडबी फोकस्ड रिटेल डेवलपमेंट 5.15 एकड़ में और कॉमर्शियल ऑफिस 2.37 एकड़ में बनाया जाएगा।
यीडा के सीईओ अरुणवीर सिंह के पूर्व में दिए बयान के अनुसार फिल्म सिटी (Noida Film City) के पूरे प्रोजेक्ट को 8 वर्ष या 2920 दिन में पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है। फिल्म फैसिलिटीज और फिल्म इंस्टीट्यूट के लिए 3 वर्ष या 1095 दिनों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पहले दो साल में फिल्म सिटी के निर्माण में 50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। तीसरे वर्ष 75 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 4 से 8वें साल के बीच इस पर 100 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे।
स्टूडियो बैकलॉट्स (Studio Backlot) और ओपेन सेट्स समेत फिल्मिंग कंपोनेंट्स पर 832.91 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। हॉस्पिटैलिटी पर 373.93 करोड़ रुपए, सर्विस एकमोडेशन पर 315.07 करोड़ रुपए, ऑफिस पर 109.60 करोड़ रुपए और इंफ्रास्ट्रक्चर पर 76.44 करोड़ रुपए खर्च होंगे।

एयरपोर्ट का उद्घाटन भी अब अगस्त सितंबर तक संभव
वही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के प्रथम चरण के उद्घाटन पर भी भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे माहौल का असर पड़ना तय माना जा रहा है । नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जुड़े लोग इसको अपने पक्ष में मान रहे हैं कदाचित लगातार तय समय पर पूर्ण ना कर पाने के चलते एयरपोर्ट का निर्माण कर रही विकासकर्ता कंपनी पर इसको लेकर बहुत दबाव था यहां तक की बीते लगभग कई माह से प्रतिदिन ₹100000 का अर्थ दंड भुगत रही कंपनी के लिए इसके चलते कुछ राहत मिलने की उम्मीद है ।
माना जा रहा है कि एयरपोर्ट का उद्घाटन भी अब भारत-पाकिस्तान के बीच माहौल ठीक होने या फिर अगस्त सितंबर तक ही हो पाएगा। इस बीच कंपनी को एयरपोर्ट के इंटरनेशनल संचालन के लिए प्रथम चरण से संबंधित सभी आवश्यकताएं और निर्माण कार्य पूर्ण करने का अवसर भी मिल जाएगा ।