उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट फिल्म सिटी के शुरू होने के दिन और करीब आ गए है । सोमवार को फिल्म निर्माता बोनी कपूर ने यमुना प्राधिकरण पहुंचकर पत्रकारों के साथ प्रेस वार्ता कर बताया कि उन्होंने यमुना प्राधिकरण में फिल्म सिटी के लिए लेआउट प्लान यमुना प्राधिकरण को सौंप दिया है । इस अवसर पर यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ओर एसीईओ कपिल सिंह ओर बेव्यू के राजीव अरोड़ा भी मौजूद रहे । यद्यपि इस प्रेस वार्ता में भूटानी की ओर से आशीष भूटानी या उनके किसी प्रतिनिधि ना होने पर भी कई प्रश्न उठे ।
बोनी कपूर ने पत्रकारों को फिल्म सिटी के लेआउट प्लान में प्रस्तावित 14 स्टूडियो, अंडरवाटर स्टूडियो, कन्वेंशन सेंटर, ओपन एरिया, इंस्टीट्यूट पर चर्चा करते हुए बताया कि उनको 235 एकड़ जमीन पर फिल्म सिटी बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है । प्रथम चरण में 155 एकड़ में फिल्म स्टूडियो और फिल्म इंस्टीट्यूट से संबंधित निर्माण कार्य किए जाएंगे । फिल्म सिटी के पूरे निर्माण के लिए 8 वर्ष का समय तय किया गया है इसमें प्रथम तीन वर्ष फिल्म सिटी के इंस्टिट्यूट और के लिए निर्धारित किए गए हैं जबकि अगले तीन वर्ष में अन्य कमर्शियल एस्पेक्ट पर कार्य शुरू होगा ।
फिल्म सिटी के कमर्शियल प्लान को पहले शुरू करने जैसी अफवाहों पर विराम लगाते हुए बोनी कपूर ने स्पष्ट कहा कि फिल्म सिटी को यमुना प्राधिकरण द्वारा निर्देशों के अनुसार ही बनाया जाएगा और उसमें प्रथम चरण में सिर्फ फिल्म सिटी और फिल्म इंस्टीट्यूट से संबंधित निर्माण किए जाएंगे ।

इस अवसर पर प्रेस वार्ता में फिल्म सिटी को लेकर चल रहे तमाम अफवाहों पर विराम लगाते हुए यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने स्पष्ट किया कि वेव्यू को फिल्म सिटी के लिए 235 एकड़ जमीन का ही आवंटन किया गया है। क्योंकि इस प्रोजेक्ट के लिए ग्लोबल बिड की गई है इसलिए इसके निर्माण के लिए निर्देशित आवश्यक शर्तों के अनुसार ही फिल्म सिटी का निर्माण होगा ।
डॉ अरुणवीर सिंह ने पत्रकारों को बताया कि प्राधिकरण को बेव्यू द्वारा सबमिट किया गया प्लान मिल गया है और इस पर प्राधिकरण की टीम स्कूटिंग का कार्य कर रही है इसमें कोर्ट ने के पश्चात ही इस प्रोजेक्ट पर प्राधिकरण अपना निर्णय देगा ।