रवि काना के नाम पर रंगदारी मांगने के आरोप में लक्सर जेल में बंद नोएडा के पत्रकार पंकज पाराशर की गिरफ्तारी के मामले में नया मोड आ गया है । कुछ मीडिया साइट्स में आई रिपोर्ट के अनुसार पंकज पाराशर को मंगलवार 6 मई 2025 को अचानक प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया है । पंकज के साथ रंगदारी में गिरफ्तार देव शर्मा को झांसी जेल में स्थानांतरित किया गया जबकि मीडिया पोर्टल में पार्टनर अवधेश सिसोदिया को लुक्सर जेल में ही रखा गया है। पंकज के अचानक लक्सर जेल से इस तरीके से प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट कर देना जिले में चर्चा का विषय बन गया है । कुछ मीडिया रिपोर्ट में इसे नोएडा मीडिया क्लब के 11 मई को होने वाले चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है
इस पूरे प्रकरण को लेकर गौतम बुद्ध नगर की कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने जिले के अपर पुलिस आयुक्त शिवहरी मीणा के नेतृत्व में जांच कमेटी भी बनाई थी । 2 दिन पूर्व ही शिवहरी मीणा का स्थानांतरण लखनऊ हुआ है । उनकी जगह राजीव नारायण मिश्र ने ली है ।
आपको बता दे कि 20 जनवरी 2025 को नोएडा मीडिया क्लब के अध्यक्ष और एक मीडिया पोर्टल के मालिक पंकज पाराशर, अवधेश सिसोदिया और उनके एक साथी देव शर्मा को जिले के स्क्रेप माफिया रवि काना के नाम पर रंगदारी वसूलने के नाम पर गिरफ्तार किया गया था ।
पुलिस के द्वारा दी गई विज्ञप्ति में तब पंकज के साथ पास से ₹300000 और कई डॉक्यूमेंट बरामद किए गए थे । बाद में पुलिस की जांच में यह बताया गया कि पंकज और उसके साथियों के पास लगभग 25 करोड रुपए के लेनदेन के सबूत सबूत पुलिस को मिले थे जिसमें 22 अकाउंट को सीज किया गया था इसके साथ ही 187 करोड़ की ट्रेल में शामिल होने के दावे गौतम बुध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने किए थे । वहीं कुछ अपुष्ट सूत्रों के अनुसार पंकज को कुछ मामलों में जमानत मिलने के समाचार भी सामने आए थे ।
तत्कालीन चर्चाओं में इस पूरे प्रकरण में जिले में लगभग 40 लोगों के शामिल होने की बातें कही गई थी जिसमें करीब एक दर्जन से अधिक पत्रकार, कई स्थानीय राजनेता, समाजसेवी, पुलिस अधिकारी और वकीलों के नाम बताए जा रहे थे । किंतु धीरे-धीरे यह पूरा प्रकरण पंकज पाराशर और उसके आसपास के पत्रकारों तक आकर सिमट गया ऐसे में 6 मई को अचानक पंकज की जेल बदले जाने से एक बार फिर से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है ।