बीते 10 वर्षों से ग्रेटर नोएडा वेस्ट में सेक्टर 51 से नालेज पार्क 5 तक इंतजार कर रहे मेट्रो का इंतजार कर रहे लोगों को बड़ा झटका लग सकता है । नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन से लेकर मंत्रालय स्तर तक इस रूट पर कई समस्याएं आ रही हैं इनमें एक समस्या रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम आरटीएस की गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक बन रही भारत रेल परियोजना के कारण आ रही है । दरअसल रैपिड रेल का एक बड़ा हिस्सा मेट्रो के रूट पर ही पड़ रहा है बताया जा रहा है कि किसान चौक से एक नॉलेज पार्क 5 तक के हिस्से को लेकर पहले यह कहा गया था कि तीनों मेट्रो विभिन्न अंतराल पर एक ही ट्रैक पर चलेगी । किंतु अब इसको लेकर तीनो माध्यमों में समायोजन करना तकनीकी तौर पर मुश्किल दिखाई दे रहा है इसके बाद एक बार फिर से मेट्रो की परियोजना लटक की दिखाई दे रही है ।
वही इस परियोजना को लेकर अधिकारी और मंत्रालय में एक तर्क ये भी दिया जा रहा है कि अगर आरटीएस किसान चौक से होते हुए नोएडा एयरपोर्ट तक इस रूट पर जा रही है तो मात्र सेक्टर 51 से लेकर किसान चौक तक के मार्ग पर मेट्रो चलाने का औचित्य क्या है क्योंकि पूर्व प्रस्तावित मार्ग में इन दोनों को जोड़ने वाले हिस्से में बीच में कोई महत्वपूर्ण स्टेशन नहीं था। जिसको बाद में राजनीतिक हस्तक्षेप के बाद गौतम बुध नगर के एक जनप्रतिनिधि के अस्पताल के पास से मोड़ते हुए दो स्टेशन बनाने की योजना को मूर्त रूप दिया गया । ऐसे में इस रूट की उपयोगिता अब लगभग समाप्त होती जा रही है जिसके कारण फिलहाल इस रूट के बनने पर ब्रेक लगता दिखाई दे रहा है।
राजनेता की ज्यादा समझदारी पड़ी भारी!
मेट्रो को लेकर मंत्रालय के सूत्रों का यह भी कहना है कि दरअसल गौतम बुध नगर के एक जनप्रतिनिधि द्वारा मेट्रो के रूट को अपने अस्पताल के पास से घूमाने का मोह भारी पड़ गया है । 2 वर्ष पूर्व अगर इसके रूट को बदलने के नाम पर अड़ंगा न लगाया गया होता तो इस पर काम शुरू हो चुका होता किंतु उसके बाद आरआरटीएस और अन्य योजनाओं के आने से इस रूट पर मेट्रो का महत्व खत्म होता जा रहा है जिसका परिणाम प्रतिदिन ग्रेटर नोएडा वेस्ट से नोएडा या दिल्ली जाने वाले लगभग 50000 लोगों पर पड़ेगा।
वही नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के जुलाई तक फंक्शनल होने के चलते यह माना जा रहा है कि पहले आरटीएस पर कार्य शुरू हो जाएगा और अगले दो वर्षों में इसको गाजियाबाद से ग्रेटर नोएडा वेस्ट होते हुए नोएडा एयरपोर्ट से जोड़ दिया जाएगा । जिसके कारण दिल्ली जाने वाले लोगों की समस्याएं सुलझ जाएंगी।