अजनारा ली गार्डन में अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन (एओए) द्वारा चलाए जा रहे सदस्यता अभियान के दौरान विवाद उत्पन्न हो गया। इस दौरान लोटस मेंटेनेंस और सिक्योरिटी टीम ने बैनर लगाने से रोकने के लिए हस्तक्षेप किया, जिससे वहां तनाव फैल गया। सदस्यों के अनुसार, लोटस मेंटेनेंस ने उन्हें धमकाया और धक्का-मुक्की तक की, जो कि इस विवाद का मुख्य केंद्र बन गया।
निवासियों का कहना है कि लोटस मेंटेनेंस का अनुबंध दो साल पहले समाप्त हो चुका है, और वे अब गैरकानूनी रूप से सोसाइटी में जमे हुए हैं। इस संदर्भ में एओए का गठन पूरी तरह कानूनी तरीके से हुआ है, जिसका रजिस्ट्रेशन क्रमांक GBN/07270/2023-24 है। पिछले वर्ष एओए के चुनाव भी संपन्न हो चुके हैं।

समस्याओं का समाधान न होने का आरोप
निवासियों ने आरोप लगाया है कि लोटस मेंटेनेंस ने हमेशा असहयोगात्मक रवैया अपनाया है और वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि एओए को काम करने से रोका जा सके। निवासियों ने कहा, “हम अपनी समस्याओं को लेकर पहले ही 6 महीने तक अनिश्चितकालीन धरना दे चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। हमें मूलभूत सुविधाओं और पार्किंग की समस्या का समाधान चाहिए।”
लोटस एवं अजनारा दोनों कंपनियां मेंटेनेंस शुल्क प्रीपेड मीटर के माध्यम से ले रही हैं, जबकि निवासियों को आवश्यक सेवाओं का अभाव महसूस हो रहा है। इस विषय पर निवासियों ने बिसरख थाना पर जाकर लोटस की मनमानी के खिलाफ तहरीर भी दी है।
अजनारा ली गार्डन में एओए और लोटस मेंटेनेंस के बीच का यह टकराव न केवल निवासियों की समस्याओं को उजागर करता है बल्कि इस बात का भी संकेत है कि कैसे कंपनियाँ अपने अनुबंधों और कानूनी दायित्वों के प्रति लापरवाह हो सकती हैं। अब यह देखना है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस इस विवाद का समाधान कैसे करते हैं और क्या निवासियों को उनकी समस्याओं का समाधान मिलेगा।