उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ रवि एनजी ट्रैफिक को जाम मुक्त करने की कई योजनाओ पर कार्य को तेज किया गया है। इसमें किसान चौक पर अंडरपास के निर्माण से लेकर फुटओवर ब्रिज के निर्माण तक शामिल है I इसी अंडरपास पर गौर चिटी से आते हुए सोमवार रात्रि को एक युवक और एक युवती की तेज गति की बाइक से गिरकर मृत्यु हो गयी I
एनसीआर खबर की टीम ने इस पुरे क्षेत्र को भ्रमण किया और ऐसे एक्सीडेंट की वजह खोजनी शुरू की तो पता चला कि अंडरपास के चारो बैरीकटिंग तो लग गयी है किन्तु अंडरपास के निर्माण को लेकर चारो दिशाओं में आ रहे ट्रैफिक के लिए कोई भी चेतावनी के बोर्ड नहीं लगाये गए है I यही नहीं गौर सिटी माल के साथ बनी सर्विस लेन भी गलत तरह से प्रयोग की जा रही है और इसके ठीक पीछे बनी सडक को गौर बिल्डर ने पार्किंग की बेरिकेटिंग के लिए इस्तेमाल कर लिया है जिसके चलते गौर सिटी से आने वाला ट्रेफिक पर दबाब बढ़ जाता हैI यही नहीं सडको को चौड़ा तो किया गया है किन्तु यहाँ लेन सिस्टम को नहीं लागू किया गया है I जिसके चलते पीक आवर में स्थिति विस्फोटक हो जाती हैI
यही नहीं अंडर पास के पास 130 मीटर सड़क पर बनाये फुटओवर ब्रिज में भी बड़ी गलती कर दी है I फुटओवर ब्रिज का एक स्तम्भ सडक को बाटने वाले 3 फीट के सेंट्रल वर्ज की जगह 2 फीट आगे बढ़ कर बीच सड़क में बना दिया है I जिसके चलते न सिर्फ बस वे में आने वाले ट्रेफिक का मार्ग संकरा हो गया है बल्कि इस पर कभी भी तेज गति आने वाले वहां दुर्घटना ग्रस्त हो सकते है I महत्वपूर्ण तथ्य ये भी है कि ठेकेदार या प्राधिकरण ने इस को जानते हुए भी सड़क और पिलर के बीच के हिस्से को भी पत्थर लगाकर बंद कर दिया है।

प्रश्न ये है कि क्या प्राधिकरण के उच्च अधिकारियों को इसकी सुचना है ? अगर है तो इस ब्रिज का डिजाईन किसने पास किया I निर्माण के समय इसको देख रहे प्राधिकरण के अधिकारियों ने इसे पास कैसे होने दिया और अगर ये पास नहीं है तो इसे बिना अनुमति लोगो के लिए आरम्भ कैसे कर दिया गया है, कैसे इस पर विज्ञापन लगाये जाने लगे हैं I क्या ऐसे ब्रिज लोगो की सुरक्षा और सुविधा की जगह मात्र विज्ञापन का माध्यम बन गए हैं I