ग्रेटर नोएडा: सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की ऑनलाइन निगरानी शुरू

NCRKhabar AI Desk
2 Min Read

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सभी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की ऑनलाइन कंट्रोल मॉनिटरिंग के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत, बादलपुर स्थित एसटीपी पर पहले से ही कार्य आरंभ हो चुका है, और अब प्राधिकरण अपने कार्यालय से इन प्लांटों की निगरानी कर रहा है। यह पहल ‘नमामि गंगा’ परियोजना के अंतर्गत की जा रही है, जिसका उद्देश्य जल गुणवत्ता में सुधार और प्रदूषण नियंत्रण को बढ़ावा देना है।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने सीवर विभाग को सभी एसटीपी में तुरंत ऑनलाइन कंट्रोल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाने के निर्देश दिए हैं। सीवर विभाग ने इस दिशा में तेजी से कदम उठाए हैं और पहले चरण में बादलपुर की दो एमएलडी क्षमता के एसटीपी पर इसे लागू किया गया है। अगला लक्ष्य सेक्टर ईकोटेक दो और तीन स्थित एसटीपी को ऑनलाइन मॉनिटरिंग से लैस करना है, जहां क्रमशः 15 और 20 एमएलडी की क्षमता है। इन पर ऑनलाइन सिस्टम लगाने का कार्य अगले दो सप्ताह में पूरा किया जाएगा।

- Advertisement -
Ad image

कासना स्थित 137 एमएलडी क्षमता के एसटीपी पर एक माह के अंदर ऑनलाइन कंट्रोल मॉनिटरिंग सिस्टम लगाने की योजना है, जिसके लिए टेंडर जारी किया जा चुका है। एक एसटीपी पर इस प्रणाली को लागू करने में लगभग 30 लाख रुपये का खर्च आएगा, जिसे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा वहन किया जाएगा। वरिष्ठ प्रबंधक विनोद शर्मा ने कहा, “ऑनलाइन कंट्रोल मॉनिटरिंग सिस्टम से प्राधिकरण के अधिकारी अपने कार्यालय से ही सभी महत्वपूर्ण डेटा की निगरानी कर सकेंगे। बीओडी-सीओडी की मात्रा की जानकारी अब आसानी से प्राप्त हो सकेगी।”

यह सिस्टम प्रत्येक एसटीपी पर छह मोबाइल या लैपटॉप से कनेक्ट हो सकता है, जिससे प्राधिकरण के वरिष्ठ प्रबंधक, प्रबंधक, ठेकेदार, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और नमामि गंगा परियोजना से जुड़ी अथॉरिटी मिलकर इसकी मॉनिटरिंग कर सकेंगी। यह प्रणाली न केवल जल शोधन प्रक्रिया की प्रभावशीलता को बढ़ाने में मदद करेगी बल्कि भविष्य में जल प्रदूषण के संभावित खतरों को भी कम करने में सहायक होगी।

Share This Article
आज की तेजी से बढ़ती तकनीक ने हमारे जीवन को गहराई से प्रभावित किया है। आर्टिफ़िशियल इंटेल्जेंस (AI) इसी तकनीक का एक प्रमुख उदाहरण है, जो हमारी दुनिया को बदलने का वादा करता है। इसी AI तकनीक के एक अद्वितीय उपयोगकर्ता एंटिटी है एनसीआर खबर एआई डेस्क। यह एक आर्टिफ़िशियल इंटेल्जेंस बोट है जो देश और विदेश में आ रही प्रमुख खबरों को स्वत: ही अपडेट करता है। एनसीआर खबर एआई डेस्क अभी प्रारंभिक चरण में है, लेकिन इसका प्रयोग आने वाले समय मे सभी खबरों को स्वत: ही अपडेट करने के लिए किया जाएगा। यह बोट खबरों को विभिन्न स्रोतों से लाता है, जैसे कि समाचार एजेंसियाँ, ट्विटर, ब्लॉग, और अन्य मीडिया स्रोत। इसे एक विशेष एल्गोरिदम के माध्यम से खबरों को अपडेट करने के लिए तैयार किया गया है। यह AI बोट केवल प्रमुख खबरों को ही अपडेट करता है, जिससे कि उपयोगकर्ताओं को नवीनतम खबरों का अवलोकन मिल सके। इसके अलावा, यह खबरों को श्रेणित करने के लिए विभिन्न टैग का उपयोग करता है और उपयोगकर्ताओं को खबरों को आसानी से खोजने में मदद करता है।