आशु भटनागर । एक कंपनी की जिद ओर लालच के चलते 10 वर्षों से 130 मीटर सड़क पार करने में तिलपता और देवला के बीच 200 मीटर की टूटी हुई सड़क से परेशान लोगों के लिए एक बार फिर से बारिश ने मुसीबत बढ़ा दी है । 16 जून को हुई वर्षा को बरसात का आरंभ कहा जाए या ना जाए इस पर डिबेट करने से पहले इस पहली बारिश में इस सड़क पर भारी बने हुए गड्ढों में भर पानी के कारण वाहनों को हो रही परेशानी को देखना बेहद आवश्यक है ।
तोशा – ग्रेनो प्राधिकरण सड़क विवाद : सुनिए मुख्यमंत्री जी, इस बरसात नोएडा आए तो एक बार 130 मीटर रोड से आयें, तो स्वयं देखिए कैसे सत्ता की हनक, पैसे की खनक के बलबूते एक कंपनी की जिद कर रही रोजाना हजारों लोगो को परेशान ? https://t.co/p19SpG0RGY #NCRKhabar @myogiadityanath pic.twitter.com/bbovGDJc4O
— NCRKHABAR (@NCRKHABAR) June 17, 2025
यह परेशानी कुछ दिन कुछ महीना या कुछ वर्ष की नहीं है बल्कि बीते 10 वर्षों से हर मौसम में होती है किंतु वर्षा ऋतु में इसमें और समस्याएं बढ़ जाती हैं क्योंकि गढ़ों में पानी भरने के कारण वहां चालू को यह पता नहीं चलता कि गड्ढा कितना गहरा है ऐसे में अक्सर बड़े वाहन यहां पलट जाते हैं तो छोटे दो पहिया वाहन गढ्ढों के चलते गिरकर अपने चालकों की जान खतरे में डाल देते हैं ।
पूरा विवाद एक निजी कंपनी तोशा इंटरनेशनल और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बीच है जहां जनहित में इस सड़क को देने के लिए बनाए जाने से रोकने के लिए कंपनी न सिर्फ कोर्ट चली गई बल्कि चर्चाएं यहां तक हैं कि कंपनी ने अपने हितों को साधने के लिए लखनऊ में मुख्यमंत्री नाक के नीचे कालीदास मार्ग तक पहुंच कर इस पर काम रुकवा रखा है।

सरकारें बदल जाती हैं किंतु कंपनी के पैसों की खनक में सत्ता की हनक मिल जाती है और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भी कांपने लगता है । बीते दिनों 10 वर्षों से कोर्ट के स्टेटस को के रुके हुए फैसले पर प्राधिकरण ने बीते दिनों अपनी संस्तुति शासन को भेज दी और शासन से किसी बड़े फैसले की उम्मीद करने लगा । किंतु अपेक्षाओं के अनुसार शासन ने इस पर कोई फैसला नहीं लिया और अब बरसात आ गई है ।
ऐसे में वर्षा ऋतु में ऋतु में पानी के बहार जाने के बाद लोगों ने एक बार फिर से इसको लेकर मुख्यमंत्री से कहना शुरू किया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी अगर आप किसी भी बहाने नोएडा आने वाले हैं तो इस बार हवाई यात्रा या एक्सप्रेस वे से नोएडा जाने की जगह एक बार ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण होते हुए 130 मीटर की सड़क से तिलपता होते हुए निकालकर इन गढ्ढों से हो रही परेशानी को महसूस कीजिए क्या पता आपके इस रास्ते से गुजरने के डर से शासन ओर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण रातों-रात कोई फैसला लेने पर मजबूर हो जाए । और आपके आगमन से ही सही नोएडा के लोगों को एक सही सड़क मिल जाए
