आशु भटनागर । नोएडा के सेक्टर-50 में स्थित ओवरसीज अपार्टमेंट के पास एक सड़क अचानक धंसने से स्थानीय निवासियों में भय और चिंता का माहौल उत्पन्न हो गया है। इस मामले की जानकारी मिलते ही नोएडा प्राधिकरण और पुलिस ने स्थिति का जायजा लिया और इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों और पैदल यात्रियों से सतर्क रहने की अपील की है। वहीं लोगों ने बरसात से पहले हुई इस दुर्घटना के बाद आने वाले 3 महीने में क्या-क्या होगा, उसको लेकर सुरक्षा नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की है ।
सोमवार को हुई इस घटना के बाद, प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सड़क को अस्थायी रूप से बंद कर दिया। नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों का मानना है कि सड़क धंसने का मुख्य कारण भूमिगत जल रिसाव या सीवर लाइन में रुकावट हो सकता है। इस मामले की जांच अभी जारी है।
वहीं स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह सड़क रोजाना सैकड़ों लोगों द्वारा उपयोग की जाती है, और सड़क के धंसने से किसी बड़ी दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है। पंकज, जो कि सेक्टर 50 के निवासी हैं, ने बताया कि पिछले कुछ महीनों से क्षेत्र में सीवर चोक होने की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन संबंधित विभाग ने इस पर कोई कदम नहीं उठाया। “हमने कई बार शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। अब यह घटना इस बात की पुष्टि करती है कि तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है,”
इसी तरह, एफ ब्लॉक के महासचिव राजेश सिंह ने आरोप लगाया कि यह पूरी स्थिति प्राधिकरण की लापरवाही के कारण हुई है। “यह बेहद गंभीर है। यदि कोई बड़ा हादसा होता, तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होता?”
स्थानीय प्रशासन ने क्षेत्र में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी है और मरम्मत कार्य जल्द से जल्द शुरू करने का आश्वासन दिया है। नोएडा पुलिस ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाते हुए लोगों से इस क्षेत्र में सावधानी बरतने और यातायात नियमों का पालन करने की अपील की है।
सड़क धंसी तो लोगो ने सीईओ डा लोकेश एम् के काम करने की जगह बस घुमने के मीडिया प्रचार पर उठाये प्रश्न!
इस मामले पर नोएडा निवासियों में निराशा और गुस्सा देखा जा रहा है। कई लोगों ने पूछा है कि जब पहले से ही सीवर प्रणाली में समस्या थी, तो प्रशासन ने इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया। प्रश्न प्रतिदिन नोएडा की सडको पर घूम कर कर्मचारियों, ठेकेदारों पर कार्यवाही कर मीडिया में वाहवाही लुटने वाले नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डा लोकेश एम् की कार्यशैली पर भी उठ रहा है ।
आखिर सीईओ के सडको पर दिखाई देने के बाबजूद अगर ऐसी घटनाएं हो रही है तो ये नोएडा प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार की उन्ही कहानियों को पुष्ट करते है जिसके बारे में पूर्व सीईओ के समय सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि नोएडा प्राधिकरण के नाक, मुंह, कान से ही नहीं, बल्कि उसके चेहरे से भ्रष्टाचार टपक रहा है।
सोमवार को प्रमुख सेक्टर की सड़क में हुए इस गढ्ढे से इसकी पुष्टि भी हो रही है कि मौजूदा सीईओ ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के तमाम दावे किए पर ये माना जाना चाहिए कि नए सीईओ के 2 वर्ष होने के बाबजूद स्थिति ज्यूँ की त्यों है
नोएडा प्राधिकरण में चल रही है सत्ता पक्ष के नेताओ की ठेकेदारी!
नोएडा प्राधिकरण में भ्रष्टाचार क्यों खत्म नहीं हो रहा है उसके बड़े कारणों में एक बड़ा कारण यह भी है कि नोएडा में दिए गए तमाम टेंडर सत्ता पक्ष से जुड़े ठेकेदारों के हैं या फिर यूं कहिए कि जो लोग नोएडा में ठेकेदारी कर रहे हैं वही आजकल सत्ता पक्ष के स्थानीय नेता भी बने हुए है ।
अभी बीते सप्ताह नोएडा की ही एक सरफेस पार्किंग के ठेकेदार पर महीना तक प्रति महा जमा किए जाने वाले शुल्क के न देने पर उसको ब्लैक लिस्ट करने का मामला सामने आया जिसमें फिर से प्रश्न उठा कि आखिर महीना तक पैसा जमा न होने के बावजूद किसके दबाव में ठेकेदार को कितने दिन तक का समय दिया गया या फिर ऐसी क्या मजबूरी थी या कई महीनो तक प्राधिकरण इस बात से कैसे अनजान था कि ठेकेदार पैसे नहीं दे रहा है।
नोएडा में ही कई ठेकेदार ऐसे हैं जिन्होंने बीजेपी की सरकार आने से पहले सपा के नेताओं के साथ मिलकर टेंडर लिए किंतु सरकार बदलने के साथ ही उन्होंने भाजपा के नेताओं के साथ मिलकर अपनी गोटी सेट कर ली है ऐसे कई ठेकेदारों पर उनकी पुरानी कंपनियों में कई करोड़ रुपए के बकाया शामिल हैं किंतु नए नाम से उनको पुनः ठेके दे दिए गए है ।
ऐसे में नोएडा प्राधिकरण में होने वाले टेंडर्स से लेकर उनकी नैतिकता और कार्यों की गुणवत्ता पर उठने वाले प्रश्न नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ लोकेश एम पर ही उठ जाते हैं । एक सीईओ के तौर पर डॉ लोकेश एम की जिम्मेदारी होनी चाहिए कि वह इस तरीके के ठेकेदारों पर अंकुश लगाए जिससे भ्रष्टाचार को रोका जा सके और लोगों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके ।
सड़क धंसने के बाद कहाँ है स्थानीय सांसद डा महेश शर्मा और विधायक पंकज सिंह, कहाँ है विपक्ष ?
हैरानी की बात यह है कि इतने सेक्टर 50 में सड़क धसने की दुर्घटना के बावजूद नोएडा के लोकसभा सांसद डॉ महेश शर्मा नोएडा के विधायक पंकज सिंह समेत नोएडा का संपूर्ण विपक्ष सोया हुआ है । जानकार बताते हैं कि नोएडा सीट पर भाजपा बीते 15 वर्षों से अजेय रही है ऐसे में पूरे शहर में भाजपा के नेता होने के बावजूद लोग ऐसी घटनाओं पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हैं, वही डेढ़ दशक से हताश विपक्ष भी अब जनता के किसी मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देता है ।
नोएडा से तीन बार समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव हारने वाले सुनील चौधरी अक्सर चुनाव में टिकट लेने के बाद अवतरित हो जाते हैं और फिर सो जाते हैं वहीं समाजवादी पार्टी के वर्तमान अध्यक्ष डॉक्टर आश्रय गुप्ता बहलोलपुर स्थित अपने निवास के आसपास के गांव को ही पूरा नोएडा मानकर उसी की राजनीति में व्यस्त रहते हैं I कांग्रेस से 2022 का चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस की पंखुड़ी पाठक चुनाव हारने के बाद कभी नोएडा में दिखाई ही नहीं दी है I ऐसे में नोएडा के सेक्टर 50 में हुई घटना पर सत्ता और विपक्ष दोनों के नेताओं की चुप्पी यह बताती है कि जनहित के सरोकारों पर कोई नहीं आएगा जनता को अपनी सुरक्षा अपने हितों के लिए स्वयं सड़कों पर उतरना होगा ।