सेक्टर पाई-3 स्थित प्रमुख ग्रुप हाउसिंग सोसाइटियों स्टेलर आइकॉन और यूनिटेक हाइट्स के समक्ष हरित क्षेत्र से लगभग 100 पेड़ों की कटाई का मामला सामने आया है। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि यह कटाई बिना अनुमति के की गई है, जिससे ना केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा है, बल्कि क्षेत्र की हरित आभा भी समाप्त हो गई है। इस मामले की जांच के लिए वन विभाग ने एक टीम गठित की है, जो नतीजे मंगलवार तक प्रस्तुत करेगी।
स्थानीय निवासियों ने घटना के प्रति अपनी चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि उन्होंने कटे हुए पेड़ों की लकड़ियों को मौके पर देखा और तुरंत वन विभाग को सूचित किया। निवासियों में से एक ने कहा, “यह एक गंभीर मामला है। हमें अपनी हरित संपत्ति को बचाना चाहिए। यह सिर्फ पेड़ नहीं हैं, बल्कि हमारे पर्यावरण का हिस्सा हैं।”
वहीं, बीटा-2 कोतवाली प्रभारी विनोद कुमार ने बताया कि इस मामले में अब तक कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने कहा, “पेड़ काटने के मामलों की जांच और कार्रवाई वन विभाग के अधिकार क्षेत्र में आती है। पुलिस को इस संबंध में कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है।”
इसके अलावा, वन विभाग ने जब इस मामले पर प्रतिक्रिया दी, तो उन्होंने कहा कि प्रकरण पर एक जांच कमेटी गठित की गयी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि पेड़ किसने और क्यों काटे।
“हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं और जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।”
प्रमोद कुमार श्रीवास्तव, डिविजनल फॉरेस्ट अधिकारी
इस विवादास्पद कटाई मामले में जांच के बाद, वन विभाग द्वारा उचित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या स्थानीय निवासियों की आवाज़ को ध्यान में रखते हुए इस मामले में ठोस कदम उठाए जाएंगे, जिससे भविष्य में पर्यावरण संतुलन को बनाए रखा जा सके।