उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित देविका गोल्ड होम सोसाइटी में AOA और बिल्डर एक बार फिर आमने-सामने आ गए जानकारी के अनुसार देविका गोल्ड होम्स में लंबे विवाद के बाद बीते अप्रैल में AOA के चुनाव हुए जिसमें अनुराग खरे गुट को विजय मिली। जिसके बाद इसे उन्होंने मेरठ जाकर रजिस्ट्रार के पास रजिस्टर कराया किंतु बिल्डर लगातार AOA को हैंडोवर करने से इनकार करता रहा जिसके बाद वर्तमान कोर्ट चली गई अध्यक्ष अनुराग का दावा है कि वहां से उन्हें उनके पक्ष में आदेश मिला इसके साथ ही ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के ओएसडी ने भी बिल्डर द्वारा लगातार सहयोग न किए जाने के बाद यह आदेश लिख कर दिया कि वर्तमान AOA को हैंडोवर दे दिया जाए ।
ऐसे में आर्डर मिलते ही AOA ने रविवार सुबह नई सिक्योरिटी एजेंसी और टेक्निशियन के साथ हैंडोवर लेने की कोशिश की। जबकि बिल्डर पक्ष के लोगों का आरोप है की प्रेसिडेंट ने गुंडागर्दी करते हुए पुरानी टीम को हटा दिया और यही से सुबह से विवाद शुरू हो गया। मामला पुलिस तक पहुंचा तो अनुराग का आरोप है कि पुलिस ने हैंडओवर दिलाने के लिए प्राधिकरण से पुलिस के लिए लिखित में आदेश लाने को कहा है ।
आज देवीका गोल्ड होम्ज अपार्टमेंट ओनर एसोसिएशन की टीम ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में कानूनी लड़ाई के बाद एवं GNIDA से से आवे के पक्ष में आदेश प्राप्त करने के बाद सोसाइटी निवासियों के साथ नई प्रोफेशनल सिक्योरिटी नए प्लंबर इलेक्ट्रीशियन को तैनात किया और पुराने स्टाफ को भी भरोसा दिया कि आप सबको भी हम जारी रखेंगे। सभी पुराने स्टाफ ने सहयोग किया परंतु सुबह के 10:00 बजाते बजाते बिल्डर और उसकी टीम इसको एक नया रंग देने में लग गई और मारपीट इत्यादि की कंप्लेंट दर्ज कराई जबकि यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं ऐसा कोई भी घटना इस पूरे प्रांगण में नहीं हुई है।
अनुराग खरे, AOA अध्यक्ष
वही इस मामले में दूसरे पक्ष द्वारा सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर यह बताने की भी कोशिश की गई कि बिल्डर से आए हुए द्वारा लिया गया हैंडोवर सही नहीं है। इसके उलट AOA अध्यक्ष द्वारा यह दावा किया गया कि उनके पास सभी जरूर के दस्तावेज हैं ऐसे में बड़ा प्रश्न यह है कि पूरे दिन चली रस्साकसी के बाद अब AOA को हैंडोवर करने की पूरी कड़ी में पुलिस का रोल कब और कैसे आएगा ।

आपको बता दें इससे पहले भी ग्रेटर नोएडा वेस्ट में ही हवेलिया बिल्डर की एक सोसाइटी में ऐसे ही AOA और बिल्डर के बीच हैंडोवर को लेकर विवाद हुआ था जिसमें लंबे समय तक दोनों पक्ष पुलिस में कंप्लेंट दर्ज करते रहे थे । दरअसल ग्रेटर नोएडा वेस्ट की सोसाइटी में लगातार लंबे समय से बिल्डर द्वारा मेंटेनेंस और सिक्योरिटी AOA को हैंडोवर न किए जाने के विवाद सामने आते रहे हैं और इस पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण और पुलिस द्वारा अभी तक कोई ठोस गाइडलाइन नहीं बनाई गई है । जिसका फायदा अक्सर बिल्डर उठाता रहा है और लोग बिल्डर की ज्यादतियों के शिकार होते रहे है ।