स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जेवर नगर के मुख्य चौराहे पर एकत्रित होकर प्रशासनिक शोषण के खिलाफ आवाज उठाई। कार्यकर्ताओं ने झंडे और बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए तहसील जेवर परिसर की ओर मार्च किया। प्रदर्शन का नेतृत्व जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक भाटी चोटीवाला ने किया।
दीपक भाटी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “वाराणसी, जहाँ माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का संसदीय क्षेत्र है, में हाल ही में प्रशासनिक चुनौतियों का सामना करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने स्थानीय जन समस्याओं को उजागर किया। इसके परिणामस्वरूप वाराणसी पुलिस ने उनके खिलाफ मुक़दमा दर्ज किया है, जो न केवल शर्मनाक, बल्कि काशी के लोगों का अपमान भी है।”
भाटी ने आगे कहा कि कांग्रेस पार्टी एक जिम्मेदार राजनीतिक दल है और जनहित के मुद्दों पर संघर्ष करना उसकी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि अजय राय और अन्य कांग्रेस नेताओं पर लगाए गए विद्वेषपूर्ण मुक़दमे को तुरंत बंद किया जाए।
सुबेादर सतपाल सिंह, जेवर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष, ने अपने संबोधन में किसानों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने कहा, “हम जिला कांग्रेस में औद्योगिक प्राधिकरणों द्वारा किसानों के साथ किए जा रहे शोषण के खिलाफ हैं। जमीनों को जबरदस्ती कौड़ियों के भाव खरीदा जा रहा है और किसान विस्थापन की तकलीफ झेलने को मजबूर हैं। सरकार और प्रशासन इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।”
राजू राव, जेवर नगर अध्यक्ष, ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्दी सुधार न किए, तो कांग्रेस पार्टी इस विरोध को एक बड़े आन्दोलन में तब्दील कर देगी।
प्रदर्शन के बाद, कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उपजिलाधिकारी श्रीमती तनुजा निगम को महामहिम राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उनकी मांगों को उठाया गया, जिसमें किसानों के अधिकारों की सुरक्षा और प्रशासनिक सुधार शामिल थे।
इस अवसर पर कांग्रेस के कई प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद थे, जिनमें आलोक गौड़, जोगेश नेहरा, मुकेश शर्मा, और आनंद शर्मा शामिल थे। इस प्रदर्शन ने जेवर नगर में कांग्रेस की एकजुटता और उनकी चिंताओं को उजागर किया, जिससे स्थानीय निवासियों के बीच संवाद का एक नया रास्ता खुला।