उत्तर प्रदेश विधान परिषद की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आज गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के सभागार में सम्पन्न हुई, जिसमें विकास प्राधिकरण, आवास विकास परिषद, जिला पंचायतों और नगर निगमों में संभावित अनियमितताओं को रोकने तथा परियोजनाओं की पारदर्शिता बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक की अध्यक्षता माननीय सभापति बृजेश कुमार सिंह “प्रिन्शू” ने की, जिसमें गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
इस अवसर पर समिति के सदस्य डॉ. जयपाल सिंह व्यस्त और गोविंद नारायण शुक्ला के साथ विशेष सचिव संजय मेहरोत्रा, समिति अधिकारी अभिषेक कुमार पांडे, अपर निजी सचिव अंकुर यादव एवं वृत्त लेखक आशीष सिंह भी मौजूद थे। जिलाध्यक्ष अमित चौधरी ने सभी सदस्यों का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
कार्यप्रणाली, विकास योजनाओं और पारदर्शिता पर विशेष चर्चा
बैठक में मुख्य चर्चा विकास योजनाओं की प्रगति, वित्तीय उपयोग, और जनकल्याणकारी परियोजनाओं के वितरण की पारदर्शिता सुनिश्चित करने की थी। सभापति ने संबंधित विभागों से राजस्व संग्रह बढ़ाने के लिए स्पष्ट कार्ययोजनाओं की जानकारी ली। उन्होंने पंचम वित्त आयोग से प्राप्त धनराशि के अनुपात में व्यय, संसाधन विकास और उपलब्ध भूमि की स्थिति की व्यापक समीक्षा की।
नगर पंचायतों में स्वच्छता और राजस्व सृजन पर ध्यान
नगर पंचायतों की समीक्षा के दौरान सभापति ने विशेष रूप से सफाई व्यवस्था पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सफाईकर्मियों की निगरानी तकनीकी उपकरणों के साथ-साथ मौके पर भी नियमित रूप से की जाए। बरसात से पहले नालों की सफाई और फॉगिंग मशीनों की उपलब्धता व क्रियाशीलता की स्थिति की भी जांच की गई। इसके साथ ही नगर पंचायतों में राजस्व सृजन को बढ़ावा देने वाली योजनाओं का भी सम्यक् मूल्यांकन किया गया।
जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की प्राथमिकता और लंबित मामलों का निस्तारण
सभा के दौरान माननीय सभापति ने अधिकारियों से जनहित के कार्यक्रमों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जो भी प्रकरण और योजनाएं लंबित हैं, उनमें पूरी संवेदनशीलता से काम करते हुए शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाए, ताकि जनता को योजनाओं का समय पर लाभ मिल सके।
अधिकारियों की प्रतिबद्धता और आगामी कदम
बैठक के समापन पर जिलाधिकारी गाजियाबाद दीपक मीणा और मुख्य विकास अधिकारी गौतम बुद्ध नगर विद्यानाथ शुक्ल ने समिति के सदस्यों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने विश्वास जताया कि समिति द्वारा दिए गए सुझावों और दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करते हुए अगली बैठक में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
इस बैठक में गौतम बुद्ध नगर के अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत प्रियंका चतुर्वेदी, जिला पंचायत राज अधिकारी वीरेंद्र सिंह, नगर पालिका एवं नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारीगण और अन्य जिला स्तरीय अधिकारी भी उपस्थित थे। गाजियाबाद से नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव गोपाल और अन्य संबंधित अधिकारी भी शामिल हुए।