गौतम बुद्ध नगर में पर्यावरण संरक्षण और हरियाली को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक वृहद वृक्षारोपण अभियान की तैयारी युद्धस्तर पर जारी है। इसी क्रम में, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक जूम ऐप के माध्यम से संपन्न हुई, जिसमें ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान को जनसहभागिता से सफल बनाने पर विशेष बल दिया गया। इस अभियान के तहत, जनपद में नवजात शिशुओं के परिजनों को भी पौधा भेंट करने की एक अनूठी पहल की जा रही है, जो पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए कि “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को वन महोत्सव के रूप में भव्यता के साथ मनाया जाए। उन्होंने विशेष रूप से हिंडन और यमुना नदी के किनारे वाले क्षेत्रों में वृक्षारोपण को प्राथमिकता देने का आह्वान किया और इसके लिए त्वरित माइक्रो प्लान तैयार कर कार्यवाही सुनिश्चित करने को कहा। इन नदियों के किनारे वृक्षारोपण से न केवल हरियाली बढ़ेगी बल्कि नदी पारिस्थितिकी तंत्र को भी मजबूती मिलेगी।
इस अभियान को केवल सरकारी कवायद न बनाकर जन-आंदोलन का रूप देने के लिए जिलाधिकारी ने सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पोंसिबिलिटी), विभिन्न संघों के पदाधिकारियों, आरडब्ल्यूए (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन), सामाजिक संगठनों और आमजन से बढ़-चढ़कर सहयोग की अपील की। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि वृक्षारोपण की समस्त गतिविधियों की तस्वीरें संबंधित सरकारी पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड की जाएँ ताकि जनपद को राज्य स्तर पर अग्रणी स्थान प्राप्त हो सके और किए गए कार्यों की पारदर्शिता बनी रहे।
पर्यावरण जागरूकता को जन-जीवन से जोड़ने की एक अभिनव पहल के तहत, जिलाधिकारी ने घोषणा की कि 01 जुलाई से 07 जुलाई 2025 तक जनपद के जिला अस्पताल और सभी सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र), पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) केंद्रों पर जन्मे शिशुओं के परिजनों को जन्म प्रमाण पत्र के साथ एक पौधा भी भेंट किया जाएगा। इस कदम का सीधा उद्देश्य लोगों में बचपन से ही पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना और वृक्षारोपण की आदत को उनके जीवन का अभिन्न अंग बनाना है। यह अनूठी पहल परिवार के सदस्यों को भी पर्यावरण संरक्षण से सीधे तौर पर जोड़ने का काम करेगी।
बैठक के दौरान, प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) पी के श्रीवास्तव ने कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि हिंडन और यमुना नदी के किनारे ग्राम सभा की भूमि पर वृहद स्तर पर वृक्षारोपण हेतु चिन्हांकन (identification) का कार्य पहले ही तहसील स्तर पर आरंभ करने के निर्देश दिए गए थे, किंतु अब तक अपेक्षित सूचनाएं प्राप्त नहीं हुई हैं। साथ ही, गड्ढा खुदान के लक्ष्य के अनुरूप विभागीय सूचनाएं भी लंबित हैं। इस पर गंभीर रुख अपनाते हुए, जिलाधिकारी ने संबंधित तहसीलों को तत्काल ग्राम सभा की उपलब्ध भूमि का चिन्हांकन कर उसकी सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि वृक्षारोपण कार्य में कोई व्यवधान न आए और गौतम बुद्ध नगर पूर्व वर्षों की भांति इस बार भी प्रदेश में अग्रणी स्थान प्राप्त कर सके।
यह भी सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि “एक पेड़ मां के नाम” अभियान को पूरी गंभीरता और समर्पण के साथ जनपद में 01 जुलाई से 07 जुलाई तक वन महोत्सव के रूप में मनाया जाए, जिसमें समस्त विभागीय अधिकारी स्वयं वृक्षारोपण करें और आमजन को भी इसमें बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित करें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. नरेंद्र कुमार ने जानकारी दी कि शासन के निर्देशों के अनुपालन में, नवजात शिशुओं के परिजनों को पौधा भेंट करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। आज ही तहसील जेवर और दादरी में इस कार्यक्रम के अंतर्गत जन्म प्रमाण पत्र के साथ पौधों का वितरण किया गया, जिससे स्थानीय निवासियों में काफी उत्साह देखा गया।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विद्यानाथ शुक्ल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नरेंद्र कुमार, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, उप जिलाधिकारी दादरी अनुज नेहरा, उप जिलाधिकारी सदर चारुल यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने इस महत्वाकांक्षी अभियान को सफल बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। यह अभियान जनपद के निवासियों के सहयोग से ही अपनी पूर्ण सफलता हासिल कर पाएगा।